पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
हाल की में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने कहा है कि मौजूदा दौर में क्रिकेटरों को सम्मान और पहचान तभी मिलती है जब वे तीनों प्रारूपों में सफल होते हैं। 42 वर्षीय क्रिकेटर ने अपने 24 साल के घेरलू क्रिकेट करियर में करीब 20 हजार रन बनाए हैं।
मात्र दो वनडे और 31 टेस्ट मैच खेलने वाले जाफर ने कहा, ‘आपको तभी पहचान और सम्मान मिलेगा जब आप तीनों प्रारूपों में कामयाब होंगे। मैं यह नहीं कहता कि चेतेश्वर पुजारा का सम्मान नहीं है लेकिन वह सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, कोई दूसरा प्रारूप नहीं।’
जाफर ने कहा, ‘अब समय बदल गया है। यहां तक कि मेरे समय में भी मुझे लगता है कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को उनका श्रेय नहीं मिला। उनके साथ टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को उनकी अहमियत पता है। लेकिन हमें समय के साथ चलना होगा। आजकल टी-20 क्रिकेट का जमाना है। जाफर ने आगे कहा कि मुझे लगता है आज के दौर में एक क्रिकेटर को तीनों प्रारूपों में खेलना होगा, आप सिर्फ कोई एक फॉर्मेट लेकर नहीं चल सकते हैं।
हाल की में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने कहा है कि मौजूदा दौर में क्रिकेटरों को सम्मान और पहचान तभी मिलती है जब वे तीनों प्रारूपों में सफल होते हैं। 42 वर्षीय क्रिकेटर ने अपने 24 साल के घेरलू क्रिकेट करियर में करीब 20 हजार रन बनाए हैं।
मात्र दो वनडे और 31 टेस्ट मैच खेलने वाले जाफर ने कहा, ‘आपको तभी पहचान और सम्मान मिलेगा जब आप तीनों प्रारूपों में कामयाब होंगे। मैं यह नहीं कहता कि चेतेश्वर पुजारा का सम्मान नहीं है लेकिन वह सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, कोई दूसरा प्रारूप नहीं।’
जाफर ने कहा, ‘अब समय बदल गया है। यहां तक कि मेरे समय में भी मुझे लगता है कि राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को उनका श्रेय नहीं मिला। उनके साथ टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को उनकी अहमियत पता है। लेकिन हमें समय के साथ चलना होगा। आजकल टी-20 क्रिकेट का जमाना है। जाफर ने आगे कहा कि मुझे लगता है आज के दौर में एक क्रिकेटर को तीनों प्रारूपों में खेलना होगा, आप सिर्फ कोई एक फॉर्मेट लेकर नहीं चल सकते हैं।