न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Updated Tue, 24 Nov 2020 10:30 AM IST
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से 10वीं व 12वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षा पैटर्न में राहत मिल सकती है। कोविड-19 के चलते सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों को सरल बनाने पर जोर दे रहा है। इसके लिए प्रश्न-पत्रों में वैकल्पिक (ऑब्जेक्टिव) प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जा सकती हैं।
सीबीएसई की ओर से छात्रों की प्रैक्टिस के लिए जारी किए गए बोर्ड परीक्षा के मॉडल प्रश्नपत्रों में वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या भी अधिक नजर आ रही हैं। इससे माना जा रहा है कि प्रश्नपत्रों में वैकल्पिक प्रश्नों को खास तवज्जो दी जा सकती है। वहीं, सीबीएसई के अधिकारियों ने भी परीक्षा पैटर्न को लेकर नरमी के संकेत दिए हैं। हालांकि, अब सीबीएसई की ओर से आधिकारिक सूचना जारी होने का इंतजार किया जा रहा है।
छात्रों का दूर होगा तनाव
12वीं के छात्र मानस उनियाल, कुनाल राणा ने कहा कि बोर्ड परीक्षा को लेकर थोड़ी चिंता है। क्योंकि, इस साल कोविड-19 के कारण नियमित कक्षाएं नहीं हुईं। ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पाठ्यक्रम पूरा हो रहा है। प्रैक्टिकल तो शुरू ही नहीं हो सके। इसलिए डर लग रहा है कि अगर पिछली बार की तरह परीक्षा पैटर्न रहा तो थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन सीबीएसई की ओर से छात्रों के प्रति नरमी के संकेत से थोड़ा सुकून भी मिल रहा है।
पाठ्यक्रम में भी 30 प्रतिशत कटौती
कोरोना के चलते सीबीएसई की ओर से बोर्ड के छात्रों को पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती कर राहत भी दी गई है। इससे शिक्षकों को पाठ्यक्रम समय पर पूरा करने में भी खासी मदद मिल रही है। साथ ही छात्रों पर भी दबाव कम हुआ है।
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से स्कूल कई महीने बंद रहे। ऑनलाइन कक्षा से पढ़ाई चल रही है। बोर्ड के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से हाथ खड़े कर दिए।
सीबीएसई हमेशा से छात्रों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता आया है। कोविड-19 के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए छात्र हित में ही फैसला लिया जाएगा। सीबीएसई इस पर विचार कर रहा है, इसलिए अभी इस पर ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं है।
- रणबीर सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, सीबीएसई देहरादून
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से 10वीं व 12वीं के छात्रों को बोर्ड परीक्षा पैटर्न में राहत मिल सकती है। कोविड-19 के चलते सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों को सरल बनाने पर जोर दे रहा है। इसके लिए प्रश्न-पत्रों में वैकल्पिक (ऑब्जेक्टिव) प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जा सकती हैं।
सीबीएसई की ओर से छात्रों की प्रैक्टिस के लिए जारी किए गए बोर्ड परीक्षा के मॉडल प्रश्नपत्रों में वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या भी अधिक नजर आ रही हैं। इससे माना जा रहा है कि प्रश्नपत्रों में वैकल्पिक प्रश्नों को खास तवज्जो दी जा सकती है। वहीं, सीबीएसई के अधिकारियों ने भी परीक्षा पैटर्न को लेकर नरमी के संकेत दिए हैं। हालांकि, अब सीबीएसई की ओर से आधिकारिक सूचना जारी होने का इंतजार किया जा रहा है।
छात्रों का दूर होगा तनाव
12वीं के छात्र मानस उनियाल, कुनाल राणा ने कहा कि बोर्ड परीक्षा को लेकर थोड़ी चिंता है। क्योंकि, इस साल कोविड-19 के कारण नियमित कक्षाएं नहीं हुईं। ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पाठ्यक्रम पूरा हो रहा है। प्रैक्टिकल तो शुरू ही नहीं हो सके। इसलिए डर लग रहा है कि अगर पिछली बार की तरह परीक्षा पैटर्न रहा तो थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन सीबीएसई की ओर से छात्रों के प्रति नरमी के संकेत से थोड़ा सुकून भी मिल रहा है।
पाठ्यक्रम में भी 30 प्रतिशत कटौती
कोरोना के चलते सीबीएसई की ओर से बोर्ड के छात्रों को पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कटौती कर राहत भी दी गई है। इससे शिक्षकों को पाठ्यक्रम समय पर पूरा करने में भी खासी मदद मिल रही है। साथ ही छात्रों पर भी दबाव कम हुआ है।
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से स्कूल कई महीने बंद रहे। ऑनलाइन कक्षा से पढ़ाई चल रही है। बोर्ड के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से हाथ खड़े कर दिए।
सीबीएसई हमेशा से छात्रों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता आया है। कोविड-19 के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए छात्र हित में ही फैसला लिया जाएगा। सीबीएसई इस पर विचार कर रहा है, इसलिए अभी इस पर ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं है।
- रणबीर सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, सीबीएसई देहरादून