न्यूज डेस्क, अमर उजाला, काशीपुर (ऊधमसिंह नगर)
Updated Wed, 13 Nov 2019 08:23 AM IST
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उत्तराखंड के काशीपुर में पेपर मिल के स्टीम बॉयलर का सेफ्टीवाल्व फटने से झुलसे तीन कर्मचारियों में से एक की इलाज के लिए मेरठ ले जाते समय मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और सक्षम व्यक्ति को नौकरी देने को कहा गया है।
सात नवंबर की सुबह पेपर मिल के बॉयलर की स्टीम लाइन में लीकेज हो गया, जिसे ठीक करने के लिए ग्राम बैंतवाला निवासी अजय कुमार और आवास-विकास कालोनी निवासी राजेंद्र तिवारी (30) पुत्र एनडी तिवारी और मोहल्ला पक्काकोट निवासी अनिल कुमार (24) को लगाया गया था।
अचानक सेफ्टीवाल्व फट गया और वहां काम कर रहे तीनों कर्मचारी खौलता पानी गिरने से गंभीर रूप से झुलस गए। आसपास के कर्मचारियों ने तीनों झुलसे कर्मचारियों को चामुंडा मंदिर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
रविवार देर रात हालत गंभीर होने पर अनिल और अजय को हायर सेंटर रेफर कर दिया। अनिल को दिल्ली में भर्ती कराया गया, जबकि अजय को उसके परिजन मेरठ ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
अजय का विवाह स्यौहारा निवासी नीतू से हुआ था और उसका एक बेटा पीयूष है। अजय करीब दो साल से रामनगर रोड स्थित पेपर मिल के मैकेनिकल विभाग में फिटर के पद पर कार्यरत था।
सोमवार शाम परिजनों ने रामनगर रोड स्थित फैक्ट्री पर हंगामा कर मुआवजे की मांग की। फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और सक्षम व्यक्ति को नौकरी देने की बात कही।
मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अजय चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। उधर, पेपर मिल के एमडी विकास जैन ने बताया कि मृतक अजय के परिजनों को पांच लाख रुपये, सक्षम व्यक्ति को नौकरी और देयकों का भुगतान किया जाएगा।
सार
- बीते दिनों पेपर मिल में बॉयलर फटने से झुलसे थे तीन कर्मचारी
- झुलसे एक अन्य कर्मचारी को परिजन इलाज के लिए दिल्ली ले गए
विस्तार
उत्तराखंड के काशीपुर में पेपर मिल के स्टीम बॉयलर का सेफ्टीवाल्व फटने से झुलसे तीन कर्मचारियों में से एक की इलाज के लिए मेरठ ले जाते समय मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। कंपनी की ओर से मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और सक्षम व्यक्ति को नौकरी देने को कहा गया है।
सात नवंबर की सुबह पेपर मिल के बॉयलर की स्टीम लाइन में लीकेज हो गया, जिसे ठीक करने के लिए ग्राम बैंतवाला निवासी अजय कुमार और आवास-विकास कालोनी निवासी राजेंद्र तिवारी (30) पुत्र एनडी तिवारी और मोहल्ला पक्काकोट निवासी अनिल कुमार (24) को लगाया गया था।
अचानक सेफ्टीवाल्व फट गया और वहां काम कर रहे तीनों कर्मचारी खौलता पानी गिरने से गंभीर रूप से झुलस गए। आसपास के कर्मचारियों ने तीनों झुलसे कर्मचारियों को चामुंडा मंदिर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
रविवार देर रात हालत गंभीर होने पर अनिल और अजय को हायर सेंटर रेफर कर दिया। अनिल को दिल्ली में भर्ती कराया गया, जबकि अजय को उसके परिजन मेरठ ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
अजय का विवाह स्यौहारा निवासी नीतू से हुआ था और उसका एक बेटा पीयूष है। अजय करीब दो साल से रामनगर रोड स्थित पेपर मिल के मैकेनिकल विभाग में फिटर के पद पर कार्यरत था।
सोमवार शाम परिजनों ने रामनगर रोड स्थित फैक्ट्री पर हंगामा कर मुआवजे की मांग की। फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और सक्षम व्यक्ति को नौकरी देने की बात कही।
मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अजय चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। उधर, पेपर मिल के एमडी विकास जैन ने बताया कि मृतक अजय के परिजनों को पांच लाख रुपये, सक्षम व्यक्ति को नौकरी और देयकों का भुगतान किया जाएगा।