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माय सिटी रिपोर्टर देहरादून राज्य सरकार की ओर से सार्वजनिक परिवहन से जुड़े वाहनों के किराए में दोगुना की बढ़ोतरी किए जाने के फैसले को लेकर तमाम यूनियनों के पदाधिकारियों ने खुशी जताई है। यूनियनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से जहां सार्वजनिक परिवहन से जुड़े संचालकों, चालकों, परिचालकों की आर्थिक स्थिति को ठीक किया जा सकेगा, वहीं आम लोगों को भी भारी राहत मिलेगी। हालांकि यूनियनों के पदाधिकारियों का यह भी कहना है कि सरकार को किराए में बढ़ोतरी का फैसला थोड़ा पहले ले लेना चाहिए था। उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि सरकार से बहुत पहले से किराए को दोगुना किये जाने की मांग बहुत पहले से की जा रही थी लेकिन सरकार टालमटोल कर रही थी। आखिरकार सरकार में दोगुना किराए की बढ़ोतरी का फैसला लिया । जो वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उचित है। महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय के मुताबिक सरकार के इस फैसले से पूरे प्रदेश में 10,000 से अधिक सार्वजनिक वाहन संचालकों के साथ ही हजारों चालकों परिचालकों को राहत मिलेगी। सरकार के इस फैसले के बाद और गाड़ियों का संचालन शुरू होने से लोगों की आवाजाही बढ़ेगी जिसका असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी दिखाई पड़ेगा। दूसरी ओर देहरादून सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल का कहना है कि सिटी बसों को 50 फ़ीसदी यात्री क्षमता के साथ संचालन की स्थिति में दोगुना किराया किए जाने की मांग सरकार से बहुत पहले की जा रही है । लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही थी। आखिरकार चलो देर से ही सही सरकार ने इस संबंध में फैसला तो लिया। सरकार के इस फैसले से सिटी बस संचालकों के साथ ही हजारो चालकों परिचालकों के परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी। सिटी बसों का संचालन शुरू होने से शहरियों को भी आवाजाही में आसानी होगी --------- पूरी यात्री क्षमता के साथ मिले गाड़ियों के संचालन की अनुमति दूसरी ओर आटो यूनियन पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की है कि सार्वजनिक वाहनों के संचालन को लेकर सरकार ने जो एसओपी जारी की है उसमें संशोधन करते हुए सभी ऑटो को पूरी यात्री क्षमता के साथ संचालन की अनुमति जाए। ऑटो यूनियन अध्यक्ष राम सिंह का कहना है कि सिर्फ एक दो यात्री के साथ ऑटो चलाना संभव नहीं है। कई बार एक ही परिवार के चार लोग पूरा ऑटो किराये पर लेते हैं । लेकिन गाड़ियों में सिर्फ दो लोगों के बैठने की अनुमति मिलने की वजह से ऑटो संचालक सवारियों को गाड़ियों में नहीं बिठा पा रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें भारी भरकम नुकसान हो रहा है। ऐसे में सरकार को ऑटो को पूरी यात्री क्षमता के साथ संचालन की अनुमति जाए।
माय सिटी रिपोर्टर देहरादून राज्य सरकार की ओर से सार्वजनिक परिवहन से जुड़े वाहनों के किराए में दोगुना की बढ़ोतरी किए जाने के फैसले को लेकर तमाम यूनियनों के पदाधिकारियों ने खुशी जताई है। यूनियनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से जहां सार्वजनिक परिवहन से जुड़े संचालकों, चालकों, परिचालकों की आर्थिक स्थिति को ठीक किया जा सकेगा, वहीं आम लोगों को भी भारी राहत मिलेगी। हालांकि यूनियनों के पदाधिकारियों का यह भी कहना है कि सरकार को किराए में बढ़ोतरी का फैसला थोड़ा पहले ले लेना चाहिए था। उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि सरकार से बहुत पहले से किराए को दोगुना किये जाने की मांग बहुत पहले से की जा रही थी लेकिन सरकार टालमटोल कर रही थी। आखिरकार सरकार में दोगुना किराए की बढ़ोतरी का फैसला लिया । जो वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उचित है। महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय के मुताबिक सरकार के इस फैसले से पूरे प्रदेश में 10,000 से अधिक सार्वजनिक वाहन संचालकों के साथ ही हजारों चालकों परिचालकों को राहत मिलेगी। सरकार के इस फैसले के बाद और गाड़ियों का संचालन शुरू होने से लोगों की आवाजाही बढ़ेगी जिसका असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी दिखाई पड़ेगा। दूसरी ओर देहरादून सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल का कहना है कि सिटी बसों को 50 फ़ीसदी यात्री क्षमता के साथ संचालन की स्थिति में दोगुना किराया किए जाने की मांग सरकार से बहुत पहले की जा रही है । लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही थी। आखिरकार चलो देर से ही सही सरकार ने इस संबंध में फैसला तो लिया। सरकार के इस फैसले से सिटी बस संचालकों के साथ ही हजारो चालकों परिचालकों के परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी। सिटी बसों का संचालन शुरू होने से शहरियों को भी आवाजाही में आसानी होगी --------- पूरी यात्री क्षमता के साथ मिले गाड़ियों के संचालन की अनुमति दूसरी ओर आटो यूनियन पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की है कि सार्वजनिक वाहनों के संचालन को लेकर सरकार ने जो एसओपी जारी की है उसमें संशोधन करते हुए सभी ऑटो को पूरी यात्री क्षमता के साथ संचालन की अनुमति जाए। ऑटो यूनियन अध्यक्ष राम सिंह का कहना है कि सिर्फ एक दो यात्री के साथ ऑटो चलाना संभव नहीं है। कई बार एक ही परिवार के चार लोग पूरा ऑटो किराये पर लेते हैं । लेकिन गाड़ियों में सिर्फ दो लोगों के बैठने की अनुमति मिलने की वजह से ऑटो संचालक सवारियों को गाड़ियों में नहीं बिठा पा रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें भारी भरकम नुकसान हो रहा है। ऐसे में सरकार को ऑटो को पूरी यात्री क्षमता के साथ संचालन की अनुमति जाए।