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दलितों को साधने की मुहिम में जुटी मोदी सरकार संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर से जुड़ी यादों को सहेजने के लिए जल्द पंच तीर्थ की घोषणा करेगी। इसके तहत अंबेडकर के जन्मस्थान महू, अध्ययन के दौरान लंदन में इस्तेमाल किए गए मकान, दिल्ली प्रवास के दौरान अलीपुर स्थित मकान, नागपुर में दीक्षा हासिल करने और महानिर्वाण से जुड़े मुंबई स्थित चैत्य भवन को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी।
अंबेडकर के जन्म दिवस से पंचायती दिवस तक की अवधि को ग्रामोदय से भारत उदय के रूप में मना रही भाजपा ने एकता और अखंडता पर अंबेडकर की सोच के सहारे राष्ट्रवाद का भी अलख जगाने की योजना बनाई है।
आगामी 14 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच तीन चरणों में होने वाले कार्यक्रम में भाजपा लोगों के सामने एकता और अखंडता पर अंबेडकर की सोच को भी सामने रखेगी। इसके अलावा इन कार्यक्रमों के जरिये मेादी सरकार की विभिन्न योजनाओं को प्रचार प्रसार की भी तैयारी की गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह घोषित सच्चाई है कि कांग्रेस ने अंबेडकर को उचित सम्मान नहीं दिया। आजादी के दशकों बाद अंबेडकर को भारत रत्न के लायक भी नहीं समझा गया। भाजपा शुरू से ही अंबेडकर की दृष्टि और सोच की समर्थक रही है।
यही कारण है कि मोदी सरकार ने अंबेडकर से जुड़ी यादों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान हम देश को यह भी बताएंगे कि अखंडता और देश की एकता पर अंबेडकर की सोच क्या थी।
ग्रामेादय से भारत उदय कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी अंबेडकर जयंती पर उनके जन्म स्थान महू जाएंगे। पंचायती राज दिवस पर 24 अप्रैल को उनकी योजना जमशेदपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देश भर के पंचायतों को संबोधित करने की है। कार्यक्रम का आयोजन खुद सरकार कर रही है, जबकि भाजपा इसमें सहयोगी है।
सार
- अंबेडकर से जुड़ी पांच जगहों को बनाएगी भाजपा बनाएगी तीर्थस्थल
- जन्मस्थल महू और लंदन, दिल्ली, नागपुर , मुंबई के प्रवास स्थलों को मिलेगी नई पहचान
विस्तार
दलितों को साधने की मुहिम में जुटी मोदी सरकार संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर से जुड़ी यादों को सहेजने के लिए जल्द पंच तीर्थ की घोषणा करेगी। इसके तहत अंबेडकर के जन्मस्थान महू, अध्ययन के दौरान लंदन में इस्तेमाल किए गए मकान, दिल्ली प्रवास के दौरान अलीपुर स्थित मकान, नागपुर में दीक्षा हासिल करने और महानिर्वाण से जुड़े मुंबई स्थित चैत्य भवन को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी।
अंबेडकर के जन्म दिवस से पंचायती दिवस तक की अवधि को ग्रामोदय से भारत उदय के रूप में मना रही भाजपा ने एकता और अखंडता पर अंबेडकर की सोच के सहारे राष्ट्रवाद का भी अलख जगाने की योजना बनाई है।
आगामी 14 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच तीन चरणों में होने वाले कार्यक्रम में भाजपा लोगों के सामने एकता और अखंडता पर अंबेडकर की सोच को भी सामने रखेगी। इसके अलावा इन कार्यक्रमों के जरिये मेादी सरकार की विभिन्न योजनाओं को प्रचार प्रसार की भी तैयारी की गई है।
पंचायती राज दिवस पर सभी पंचायतों से जुड़ेंगे मोदी
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह घोषित सच्चाई है कि कांग्रेस ने अंबेडकर को उचित सम्मान नहीं दिया। आजादी के दशकों बाद अंबेडकर को भारत रत्न के लायक भी नहीं समझा गया। भाजपा शुरू से ही अंबेडकर की दृष्टि और सोच की समर्थक रही है।
यही कारण है कि मोदी सरकार ने अंबेडकर से जुड़ी यादों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान हम देश को यह भी बताएंगे कि अखंडता और देश की एकता पर अंबेडकर की सोच क्या थी।
ग्रामेादय से भारत उदय कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी अंबेडकर जयंती पर उनके जन्म स्थान महू जाएंगे। पंचायती राज दिवस पर 24 अप्रैल को उनकी योजना जमशेदपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देश भर के पंचायतों को संबोधित करने की है। कार्यक्रम का आयोजन खुद सरकार कर रही है, जबकि भाजपा इसमें सहयोगी है।