न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sun, 17 Nov 2019 10:39 PM IST
संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक एक दिन पहले रविवार को एनडीए की बैठक हुई। इसमें एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी दल शिवसेना के साथ छोड़ने के मद्देनजर समन्वय के लिए समिति बनाने का मुद्दा उठा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी दलों से छोटे मतभेदों को दूर करने की अपील की।
एनडीए के विशाल परिवार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम लोगों के लिए एक साथ काम करें। समान विचारधारा के नहीं होने के बावजूद हम समान विचारधारा वाले दल हैं। हमें अपने छोटे-मोटे मतभेदों को नजरअंदाज करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय के लिए एक समन्वय समिति बनाई जानी चाहिए। इससे पहले लोक जन शक्ति पार्टी के नवनियुक्त अध्यक्ष चिराग पासवान बैठक में समन्वय समिति बनाने की मांग उठाई। इससे पहले जदयू भी यह मांग उठा चुका है।
बैठक के बाद चिराग ने बताया कि बैठक में शिवसेना की कमी खली क्योंकि वह एनडीए का सबसे पुराने सदस्य दल था। इससे पहले तेलुगुदेशम पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी अलग हो चुके हैं। ऐसे में हमें एनडीए में बेहतर समन्वय बनाए जाने की जरूरत है। इसके लिए किसी को संयोजक नियुक्त किया जाना चाहिए।
पीएम ने पार्टी सांसदों से की उपस्थिति को लेकर अपील
इस बीच, भाजपा संसदीय दल की कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों से सदन में अच्छी उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने सांसदों से सदन में मुद्दों को उठाने और केंद्र सरकार की योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाने में मदद करने को कहा।
संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक एक दिन पहले रविवार को एनडीए की बैठक हुई। इसमें एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी दल शिवसेना के साथ छोड़ने के मद्देनजर समन्वय के लिए समिति बनाने का मुद्दा उठा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी दलों से छोटे मतभेदों को दूर करने की अपील की।
एनडीए के विशाल परिवार का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम लोगों के लिए एक साथ काम करें। समान विचारधारा के नहीं होने के बावजूद हम समान विचारधारा वाले दल हैं। हमें अपने छोटे-मोटे मतभेदों को नजरअंदाज करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय के लिए एक समन्वय समिति बनाई जानी चाहिए। इससे पहले लोक जन शक्ति पार्टी के नवनियुक्त अध्यक्ष चिराग पासवान बैठक में समन्वय समिति बनाने की मांग उठाई। इससे पहले जदयू भी यह मांग उठा चुका है।
बैठक के बाद चिराग ने बताया कि बैठक में शिवसेना की कमी खली क्योंकि वह एनडीए का सबसे पुराने सदस्य दल था। इससे पहले तेलुगुदेशम पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी अलग हो चुके हैं। ऐसे में हमें एनडीए में बेहतर समन्वय बनाए जाने की जरूरत है। इसके लिए किसी को संयोजक नियुक्त किया जाना चाहिए।
पीएम ने पार्टी सांसदों से की उपस्थिति को लेकर अपील
इस बीच, भाजपा संसदीय दल की कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों से सदन में अच्छी उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने सांसदों से सदन में मुद्दों को उठाने और केंद्र सरकार की योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाने में मदद करने को कहा।