न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 28 Jan 2019 08:17 PM IST
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अनंत कुमार हेगड़े और दिनेश गुंडु राव के बीच चल रहे जुबानी विवाद में अब दिनेश गुंडु राव की पत्नी तब्बू गुंडु राव भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि गुंडु राव कभी मेरे साथ नहीं भागे हैं। हमने शादी की है और यह एक पवित्र विवाह है। उन्हें इसमें मुझे नहीं खींचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े को अपनी भाषा पर ध्यान देना चाहिए।
तब्बू गुंडु राव ने यह भी कहा कि मैं राजनीति में नहीं हूं बल्कि एक गृहिणी हूं। इसमें मुझे नहीं खींचना चाहिए। साथ ही उन्होंने सवाल भी किया कि आप चुनावों का ध्रुवीकरण करने के लिए मेरा इस्तेमाल क्यों करना चाहते हैं?
बता दें कि इससे पहले अपने ऊपर की गई विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनेश गुंडु राव ने कहा कि यह दुखद है कि वह इस तरह बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी यह टिप्पणी सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे लोगों का स्तर दिखाती है। शायद उनकी पार्टी के लोग ऐसा करने के लिए कहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को उन्हें सलाह देनी चाहिए कि वह इस तरह की भाषा का इस्तेमाल न करें।
इससे पहले अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान पर दिनेश ने अपने ट्विटर हैंडल से उनको ट्वीट करते हुए सवाल पूछा था। उन्होंने पूछा था कि केंद्रीय मंत्री या सांसद बनने के बाद आपकी उपलब्धियां क्या रही हैं? कर्नाटक के विकास में आपका क्या योगदान है? इसके बाद हेगड़े ने पलटवार करते हुए कहा था कि मैं इसका जरूर जवाब दूंगा लेकिन इससे पहले वह अपनी उपलब्धियों का भी खुलासा करें।
इसके बाद हेगड़े ने कहा कि मैं इस शख्स को केवल इस तरह जानता हूं जो एक मुस्लिम महिला के पीछे भागा था। मालूम हो कि हेगड़े ने रविवार को कर्नाटक के कोडागू में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जो हिंदू लड़कियों को छुए उसके हाथ नहीं बचने चाहिए।
अनंत कुमार हेगड़े और दिनेश गुंडु राव के बीच चल रहे जुबानी विवाद में अब दिनेश गुंडु राव की पत्नी तब्बू गुंडु राव भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि गुंडु राव कभी मेरे साथ नहीं भागे हैं। हमने शादी की है और यह एक पवित्र विवाह है। उन्हें इसमें मुझे नहीं खींचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े को अपनी भाषा पर ध्यान देना चाहिए।
तब्बू गुंडु राव ने यह भी कहा कि मैं राजनीति में नहीं हूं बल्कि एक गृहिणी हूं। इसमें मुझे नहीं खींचना चाहिए। साथ ही उन्होंने सवाल भी किया कि आप चुनावों का ध्रुवीकरण करने के लिए मेरा इस्तेमाल क्यों करना चाहते हैं?
बता दें कि इससे पहले अपने ऊपर की गई विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनेश गुंडु राव ने कहा कि यह दुखद है कि वह इस तरह बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी यह टिप्पणी सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे लोगों का स्तर दिखाती है। शायद उनकी पार्टी के लोग ऐसा करने के लिए कहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को उन्हें सलाह देनी चाहिए कि वह इस तरह की भाषा का इस्तेमाल न करें।
इससे पहले अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान पर दिनेश ने अपने ट्विटर हैंडल से उनको ट्वीट करते हुए सवाल पूछा था। उन्होंने पूछा था कि केंद्रीय मंत्री या सांसद बनने के बाद आपकी उपलब्धियां क्या रही हैं? कर्नाटक के विकास में आपका क्या योगदान है? इसके बाद हेगड़े ने पलटवार करते हुए कहा था कि मैं इसका जरूर जवाब दूंगा लेकिन इससे पहले वह अपनी उपलब्धियों का भी खुलासा करें।
इसके बाद हेगड़े ने कहा कि मैं इस शख्स को केवल इस तरह जानता हूं जो एक मुस्लिम महिला के पीछे भागा था। मालूम हो कि हेगड़े ने रविवार को कर्नाटक के कोडागू में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जो हिंदू लड़कियों को छुए उसके हाथ नहीं बचने चाहिए।