न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Sun, 17 Nov 2019 10:52 AM IST
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्नाव में किसानों पर पुलिस-प्रशासन की दमनात्मक कार्यवाही की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की जायज मांग व आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक काम किया है।
भाजपा सरकार किसानों के प्रति द्वेषपूर्ण रवैया अपनाने में जरा भी संकोच नहीं कर रही। अखिलेश ने शनिवार को बयान में कहा कि ट्रांस गंगा सिटी के लिए किसानों की जमीनें जबरन अधिगृहीत की गई है। किसानों को बहुत कम मुआवजा मिला है।
किसान जब बढ़ा हुआ मुआवजा और रोजगार की मांग कर रहे हैं तो उन पर पानी, आंसू गैस छोड़ी गई और जमकर लाठियां बरसाई गई हैं। दर्जन भर से ज्यादा किसान घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने चुनाव के समय जो वादा किसानों से किया था, उसे पूरा करना चाहिए। भाजपा किसानों की समस्याओं का जवाब लाठी-गोली से देकर संवेदनाओं को तार-तार करना अपना धर्म समझती है।
सरकार को किसानों को अपमानित करने, उन पर लाठी-गोली चलाने के बजाय सहमति का रास्ता अपनाना चाहिए। भाजपा सरकार जबर्दस्ती व दमन का सहारा ले रही हैं। यह पूरी तरह अनुचित और अनैतिक है। प्रशासन जबरन किसानों की जमीनों पर कब्जा करना चाहती है। अन्नदाता का अपमान सरकार को मंहगा पड़ेगा।
एक्सप्रेस-वे में दिया था चार गुना मुआवजा
अखिलेश ने कहा, सपा सरकार ने विकास योजनाओं के लिए जब भी जमीन अधिगृहीत की किसानों की सहमति से की। नोएडा से आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे का 65 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा दिया था। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का किसानों की सहमति से उन्हें चार गुना मुआवजा दिया गया था।
भाकियू के तीखे तेवर, आज जाएंगे उन्नाव
भारतीय किसान यूनियन के लखनऊ मंडल अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने उन्नाव जिले के किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज की घोर निंदा की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के निर्देश पर किसानों से मिलने व उन्हें हक दिलाने के लिए वह रविवार को उन्नाव जाएंगे। वर्मा ने यह भी कहा कि यदि लखनऊ में हवाई अड्डे के किसानों को न्याय नहीं मिला तो जल्द ही भाकियू रन-वे पर ट्रैक्टर दौड़ाए जाएंगे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्नाव में किसानों पर पुलिस-प्रशासन की दमनात्मक कार्यवाही की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की जायज मांग व आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक काम किया है।
भाजपा सरकार किसानों के प्रति द्वेषपूर्ण रवैया अपनाने में जरा भी संकोच नहीं कर रही। अखिलेश ने शनिवार को बयान में कहा कि ट्रांस गंगा सिटी के लिए किसानों की जमीनें जबरन अधिगृहीत की गई है। किसानों को बहुत कम मुआवजा मिला है।
किसान जब बढ़ा हुआ मुआवजा और रोजगार की मांग कर रहे हैं तो उन पर पानी, आंसू गैस छोड़ी गई और जमकर लाठियां बरसाई गई हैं। दर्जन भर से ज्यादा किसान घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने चुनाव के समय जो वादा किसानों से किया था, उसे पूरा करना चाहिए। भाजपा किसानों की समस्याओं का जवाब लाठी-गोली से देकर संवेदनाओं को तार-तार करना अपना धर्म समझती है।
सरकार को किसानों को अपमानित करने, उन पर लाठी-गोली चलाने के बजाय सहमति का रास्ता अपनाना चाहिए। भाजपा सरकार जबर्दस्ती व दमन का सहारा ले रही हैं। यह पूरी तरह अनुचित और अनैतिक है। प्रशासन जबरन किसानों की जमीनों पर कब्जा करना चाहती है। अन्नदाता का अपमान सरकार को मंहगा पड़ेगा।
एक्सप्रेस-वे में दिया था चार गुना मुआवजा
अखिलेश ने कहा, सपा सरकार ने विकास योजनाओं के लिए जब भी जमीन अधिगृहीत की किसानों की सहमति से की। नोएडा से आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे का 65 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा दिया था। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का किसानों की सहमति से उन्हें चार गुना मुआवजा दिया गया था।
भाकियू के तीखे तेवर, आज जाएंगे उन्नाव
भारतीय किसान यूनियन के लखनऊ मंडल अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने उन्नाव जिले के किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज की घोर निंदा की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के निर्देश पर किसानों से मिलने व उन्हें हक दिलाने के लिए वह रविवार को उन्नाव जाएंगे। वर्मा ने यह भी कहा कि यदि लखनऊ में हवाई अड्डे के किसानों को न्याय नहीं मिला तो जल्द ही भाकियू रन-वे पर ट्रैक्टर दौड़ाए जाएंगे।