न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Tue, 24 Nov 2020 10:30 PM IST
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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व शिया धर्म गुरु मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक का मंगलवार की रात 10 बजे निधन हो गया। उन्होंने लखनऊ के एरा मेडिकल कालेज में अंतिम सांसें लीं। उनके बेटे कल्बे सिब्तैन नूरी ने उनके निधन होने की पुष्टि करते हुए बताया कि बीते 17 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से लगातार उनकी तबीयत खराब रही। मौलाना सादिक लंबे समय से आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। देश-विदेश में ख्यातिप्राप्त डॉ. सादिक शिक्षा और खासकर लड़कियों व निर्धन बच्चों की शिक्षा के लिए हमेशा सक्रिय रहे। यूनिटी कालेज और एरा मेडिकल कालेज के संरक्षक भी थे। मौलाना डॉ. कल्बे सादिक की मजलिस बुधवार सुबह 10 बजे यूनिटी कॉलेज में होगी। कॉलेज के कम्पॉउंड में 11.30 बजे नमाज-ए-जनाज़ा होगी। दोपहर 2 बजे चौक स्तिथ इमामबाड़ा गुफरानमाब में तदफीन (दफ्न) होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्म गुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। विधि एवं न्याय मंत्री एवं लखनऊ मध्य से विधायक ब्रजेश पाठक ने भी निधन पर संवेदनाएं प्रकट की हैं।
आपसी भाईचारा, मोहब्बत और शिक्षा को बढ़ावा दिया
डॉ. कल्बे सादिक को पूरी दुनिया आपसी भाईचारे और मोहब्बत का पैगाम देते शिया धर्म गुरु के रूप में जानती है। उन्होंने हर बात में शिक्षा को भी बढ़ावा दिया। विदेशों में मजलिस पढ़ने जाते थे और मोहब्बत का पैगाम देते थे।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व शिया धर्म गुरु मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक का मंगलवार की रात 10 बजे निधन हो गया। उन्होंने लखनऊ के एरा मेडिकल कालेज में अंतिम सांसें लीं। उनके बेटे कल्बे सिब्तैन नूरी ने उनके निधन होने की पुष्टि करते हुए बताया कि बीते 17 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से लगातार उनकी तबीयत खराब रही। मौलाना सादिक लंबे समय से आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। देश-विदेश में ख्यातिप्राप्त डॉ. सादिक शिक्षा और खासकर लड़कियों व निर्धन बच्चों की शिक्षा के लिए हमेशा सक्रिय रहे। यूनिटी कालेज और एरा मेडिकल कालेज के संरक्षक भी थे। मौलाना डॉ. कल्बे सादिक की मजलिस बुधवार सुबह 10 बजे यूनिटी कॉलेज में होगी। कॉलेज के कम्पॉउंड में 11.30 बजे नमाज-ए-जनाज़ा होगी। दोपहर 2 बजे चौक स्तिथ इमामबाड़ा गुफरानमाब में तदफीन (दफ्न) होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्म गुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। विधि एवं न्याय मंत्री एवं लखनऊ मध्य से विधायक ब्रजेश पाठक ने भी निधन पर संवेदनाएं प्रकट की हैं।
आपसी भाईचारा, मोहब्बत और शिक्षा को बढ़ावा दिया
डॉ. कल्बे सादिक को पूरी दुनिया आपसी भाईचारे और मोहब्बत का पैगाम देते शिया धर्म गुरु के रूप में जानती है। उन्होंने हर बात में शिक्षा को भी बढ़ावा दिया। विदेशों में मजलिस पढ़ने जाते थे और मोहब्बत का पैगाम देते थे।