अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने मौजूदा समय में चल रही वंशवाद की बहस में अपनी बात रखी है। उन्होंने बीते दिनों को याद करते हुए कहा है कि जब देश में सोशल मीडिया नहीं था तब अपनी बात को दूसरों तक पहुंचाने के लिए कुछ गिने चुने मीडिया संस्थानों का सहारा ही लेना पड़ता था। उस समय वे मीडिया संस्थान किसी माफिया से कम नहीं थे।