आचार्य चाणक्य को राजनीति और कूटनीति के साथ अर्थशास्त्र विषय का भी बहुत गहन ज्ञान था। उन्होंने ही अर्थशास्त्र की रचना की थी, जिसके कारण वे कौटिल्य कहलाए। अर्थशास्त्र की गहरी समझ होने के कारण वे व्यापार के मामलों की भी अच्छी जानकारी रखते थे। चाणक्य धन का बहुत महत्व समझते थे। चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में मानव हित के लिए बहुत सारी बाते बताई हैं। उन्होंने अपनी नीतियों में व्यापार और नौकरी में सफल होने के लिए भी बुहुत अच्छे सुझाव दिए हैं। जानते हैं कि व्यापार और नौकरी में सफल होने के लिए व्यक्ति में किन गुणों का होना आवश्यक होता है।