हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को गुरुनानक जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष गुरुनानक जयंती 30 नवंबर यानी आज मनाई जा रही है। गुरुनानक देव जी सिखों के प्रथम(आदि) गुरु हैं। इन्होंने ही सिख धर्म की नींव रखी। गुरुनानक देव जी बचपन से ही सांसारिक बातों से दूर चिंतन में लगे रहते थे। नानक जी की स्कूली शिक्षा बहुत कम आयु में ही छूट गई थी। वे अपने विद्यालय में भी सत्संग के प्रश्न पूछा करते थे। जिसका उत्तर उनके अध्यापक भी नहीं दे पाते थे। अंत में हारकर उनके शिक्षक उन्हें घर छोड़ गए थे। जिसके बाद नानक जी का ज्यादातर समय चिंतन औऱ सत्संग में ही बीतता था। तीस वर्ष की आयु तक नानक जी का ज्ञान परिपक्व हो चुका था। नानक जी जगह-जगह जाकर लोगों के उपदेश देते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की भलाई में लगा दिया। उनके जीवन के कई ऐसे किस्से हैं जिनसे जीवन की बड़ी सीख मिलती हैं। जानते हैं...