उत्तर प्रदेश के कन्नौज में दिमागी बुखार से पीड़ित एक मासूम को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना के डर से इलाज करना तो दूर घंटों छुआ तक नहीं। बुखार से तपते बेटे को गोद में लेकर पिता इधर से उधर भटकता रहा पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। आखिर में जब डाॅक्टर ने उसकी जांच की तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।