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सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय माना गया है। भगवान विष्णु को प्रिय होने के कारण तुलसी को हरिवल्लभा भी कहा जाता है। भगवान विष्णु के भोग में विशेषतौर तुलसी का प्रयोग किया जाता है। तुलसी का धार्मिक महत्व होने के साथ ही इसका आयुर्वेदिक महत्व भी माना गया है। कई औषधियों को बनाने में तुलसी का प्रयोग किया जाता है। सर्दी जुकाम और मौसमी फ्लू में तुलसी के पत्तों का काढ़ा आदि बनाकर प्रयोग किया जाता है। हिंदू धर्म में तुलसी की माला धारण करने का भी बहुत महत्व माना गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि तुलसी की माला धारण करने के कई स्वास्थय लाभ भी होते हैं। तुलसी की माला का धार्मिक महत्व होने के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। जानते हैं तुलसी की माला धारण करने के लाभ...
तुलसी की माला धारण करने का धार्मिक महत्व
तुलसी की माला गले में धारण करने से मन और आत्मा दोनों में शुद्धता आती है। मनुष्य की आध्यात्मिक उन्नति होती है जिससे वह स्वयं को ईश्वर को करीब महसूस करता है, तुलसी की माला पहनने से मान-प्रतिष्ठा और सौभाग्य प्राप्त होता है। मन में सकारात्मकता का विकास होता है। तुलसी का माला पहनने से मानसिक शांति प्राप्त होती है, प्रतिदिन तुलसी के पत्ते का सेवन करने से शरीर से रोग दूर रहते हैं।
तुलसी की माला धारण करने का वैज्ञानिक महत्व और स्वास्थ्य लाभ
एक शोध में पाया गया है कि मस्तिष्क और शरीर को आपस में जोड़कर रखने में तुलसी की माला बहुत कारगर है। तुलसी की माला पहनने से हमारे शरीर के कुछ महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर पॉइंटस पर दबाव बनता है, जिससे मानसिक तनाव में दूर होने में सहायता मिलती है। तुलसी की लकड़ी में एक खास तरह का द्रव्य पाया जाता है जो मानसिक तनाव को दूर करता है। जिससे आपका मानिसक स्वास्थ्य अच्छा होता है। इसे धारण करने से शरीर में विद्युत शक्ति का प्रवाह बेहतर होता है। तुलसी माला धारण करने से विद्युत तरंगों के निकलने से हमारे शरीर का रक्त संचार अच्छा होता है। तुलसी की माला शरीर के साथ लगी होने से कफ और वात दोषों से राहत मिलती है।
सार
- तुलसी की लकड़ी में पाया जाता है एक खास प्रकार का द्रव्य
- तुलसी की माला धारण करने से बेहतर होता है रक्त संचार
- तुलसी की माला मानसिक तनाव में भी दिलाती है राहत
विस्तार
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय माना गया है। भगवान विष्णु को प्रिय होने के कारण तुलसी को हरिवल्लभा भी कहा जाता है। भगवान विष्णु के भोग में विशेषतौर तुलसी का प्रयोग किया जाता है। तुलसी का धार्मिक महत्व होने के साथ ही इसका आयुर्वेदिक महत्व भी माना गया है। कई औषधियों को बनाने में तुलसी का प्रयोग किया जाता है। सर्दी जुकाम और मौसमी फ्लू में तुलसी के पत्तों का काढ़ा आदि बनाकर प्रयोग किया जाता है। हिंदू धर्म में तुलसी की माला धारण करने का भी बहुत महत्व माना गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि तुलसी की माला धारण करने के कई स्वास्थय लाभ भी होते हैं। तुलसी की माला का धार्मिक महत्व होने के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। जानते हैं तुलसी की माला धारण करने के लाभ...
तुलसी की माला धारण करने का धार्मिक महत्व
तुलसी की माला गले में धारण करने से मन और आत्मा दोनों में शुद्धता आती है। मनुष्य की आध्यात्मिक उन्नति होती है जिससे वह स्वयं को ईश्वर को करीब महसूस करता है, तुलसी की माला पहनने से मान-प्रतिष्ठा और सौभाग्य प्राप्त होता है। मन में सकारात्मकता का विकास होता है। तुलसी का माला पहनने से मानसिक शांति प्राप्त होती है, प्रतिदिन तुलसी के पत्ते का सेवन करने से शरीर से रोग दूर रहते हैं।
तुलसी की माला धारण करने का वैज्ञानिक महत्व और स्वास्थ्य लाभ
एक शोध में पाया गया है कि मस्तिष्क और शरीर को आपस में जोड़कर रखने में तुलसी की माला बहुत कारगर है। तुलसी की माला पहनने से हमारे शरीर के कुछ महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर पॉइंटस पर दबाव बनता है, जिससे मानसिक तनाव में दूर होने में सहायता मिलती है। तुलसी की लकड़ी में एक खास तरह का द्रव्य पाया जाता है जो मानसिक तनाव को दूर करता है। जिससे आपका मानिसक स्वास्थ्य अच्छा होता है। इसे धारण करने से शरीर में विद्युत शक्ति का प्रवाह बेहतर होता है। तुलसी माला धारण करने से विद्युत तरंगों के निकलने से हमारे शरीर का रक्त संचार अच्छा होता है। तुलसी की माला शरीर के साथ लगी होने से कफ और वात दोषों से राहत मिलती है।