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World Heart Day 2020: मनचाही नौकरी व पैकेज न मिलना और कार्य का दबाव। लंबे समय से ऐसे हालात में तनाव से युवाओं का दिल बीमार हो रहा है। रही-सही कसर देर रात तक जागने, फास्ट-फूड ने पूरी कर दी है। दिल के रोगियों में 52 फीसदी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 30 से 50 साल है। इनमें अचानक हृदयाघात का खतरा भी बढ़ा है।
आगरा हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. सीआर रावत ने बताया कि शहर में 45 हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। इनके पास रोजाना 1500 से 2000 नए मरीज आते हैं। इनमें 50 से 52 फीसदी की उम्र 30 से 50 की है। पूछताछ में पता चला कि नौकरी, आर्थिक पहलू, अत्यधिक कार्य और अपेक्षा के दबाव से वह तनाव में हैं।
देर रात तक जागने की आदत और पौष्टिक भोजन भी कम ही करत है। इससे फिटनेस खराब हुई, मोटापा के साथ ब्लडप्रेशर-मधुमेह की बीमारी भी लग गईं। शुरुआत में इनको बेचैनी, घबराहट, पसीना आने की परेशानी होने लगी, इसे नजरअंदाज करने पर यह हृदय रोग से पीड़ित हो गए।
उन्होंने बताया कि 38 से 40 फीसदी मरीज 51 से 80 साल के रहे। इनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अधिक उम्र समेत अन्य बीमारियां वजह रहीं। 10 से 12 प्रतिशत मरीजों में जेनेटिक समेत अन्य वजहों के चलते बीमारी हो गई। इनमें 30 से 50 साल की उम्र वाले मरीजों में अचानक हृदयाघात का खतरा अधिक रहता है।
जरा सा मुस्कराइए, खुश रहेगा आपका दिल : डॉ. राजकुमार गुप्ता
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता ने कहा कि मुस्कराहट से तनाव कम होता है दिल खुश रहता है। इससे बीमारियों का खतरा कम है। 70 से 80 फीसदी मरीजों की बीमारी खराब फिटनेस और खानपान के चलते हुई है। संतुलित आहार से दिल खुश रहेगा और बीमारी का खतरा कम होगा।
टेलीमेडिसिन से जुड़े रहें दिल के रोगी : डॉ. जय बाबू
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जय बाबू ने बताया कि कोरोना वायरस दिल की मांसपेशियों और नस को कमजोर करता है। इससे हालत खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में मरीज दवाएं बंद न करें और टेलीमेडिसिन से चिकित्सक के संपर्क में रहें। हालत गंभीर होने पर ही घर से बाहर जाएं।
जज्बा : ऑपरेशन के बाद भी सामान्य जिंदगी जी रहे लोग
सुबह एक घंटे टहलने से रहता हूं फिट: आशीष माथुर
लॉयर्स कॉलोनी निवासी आशीष माथुर ने कहा कि 12 साल पहले वॉल्व बदला था, तभी से रोजाना सुबह एक घंटे टहलना अनिवार्य कर दिया। इससे मैं और मेरा दिल स्वस्थ है। लोग भी नियमित टहलें तो हृदय रोग से बचाव होगा।
2.खानपान को नियंत्रित रखने की जरूरत: राधेश्याम
किशोरपुरा निवासी राधेश्याम की तीन साल पहले एंजियोप्लास्टी हुई। उनका कहना है कि टहलना और खानपान पर नियंत्रण रखने से वह सामान्य जीवन जी रहे हैं। डॉक्टर पर जाने से बेहतर है खुद की दिनचर्या सुधार लें।
ये होना चाहिए
120/80 हो रक्तचाप
100 एमजी/डीएल हो ग्लूकोज स्तर
30-60 मिनट तक रोजाना व्यायाम
25 से कम बॉडी मास इंडेक्स
200 एमजी/डीएल से कम कॉलेस्ट्रॉल
100 एमजी/डीएल से कम खराब कॉलेस्ट्रॉल
इनका रखें ख्याल
- 40 से 60 मिनट सुबह तेज गति से चलें
- आधा घंटा रोजाना साइकिल चलाएं
- तली सामग्री, चटपटा और बाजार का खाना कम खाएं
- फल, हरी सब्जी, दाल का भरपूर प्रयोग करें
सार
- 60 से अधिक उम्र के लोगों में मधुमेह-उच्च रक्तचाप से मर्ज की गंभीरता और बढ़ी
- चिकित्सक बोले- मुस्कराइए, खुश रहेगा आपका हृदय
विस्तार
World Heart Day 2020: मनचाही नौकरी व पैकेज न मिलना और कार्य का दबाव। लंबे समय से ऐसे हालात में तनाव से युवाओं का दिल बीमार हो रहा है। रही-सही कसर देर रात तक जागने, फास्ट-फूड ने पूरी कर दी है। दिल के रोगियों में 52 फीसदी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 30 से 50 साल है। इनमें अचानक हृदयाघात का खतरा भी बढ़ा है।
आगरा हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. सीआर रावत ने बताया कि शहर में 45 हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। इनके पास रोजाना 1500 से 2000 नए मरीज आते हैं। इनमें 50 से 52 फीसदी की उम्र 30 से 50 की है। पूछताछ में पता चला कि नौकरी, आर्थिक पहलू, अत्यधिक कार्य और अपेक्षा के दबाव से वह तनाव में हैं।
देर रात तक जागने की आदत और पौष्टिक भोजन भी कम ही करत है। इससे फिटनेस खराब हुई, मोटापा के साथ ब्लडप्रेशर-मधुमेह की बीमारी भी लग गईं। शुरुआत में इनको बेचैनी, घबराहट, पसीना आने की परेशानी होने लगी, इसे नजरअंदाज करने पर यह हृदय रोग से पीड़ित हो गए।
उन्होंने बताया कि 38 से 40 फीसदी मरीज 51 से 80 साल के रहे। इनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अधिक उम्र समेत अन्य बीमारियां वजह रहीं। 10 से 12 प्रतिशत मरीजों में जेनेटिक समेत अन्य वजहों के चलते बीमारी हो गई। इनमें 30 से 50 साल की उम्र वाले मरीजों में अचानक हृदयाघात का खतरा अधिक रहता है।
जरा सा मुस्कराइए, खुश रहेगा आपका दिल : डॉ. राजकुमार गुप्ता
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता ने कहा कि मुस्कराहट से तनाव कम होता है दिल खुश रहता है। इससे बीमारियों का खतरा कम है। 70 से 80 फीसदी मरीजों की बीमारी खराब फिटनेस और खानपान के चलते हुई है। संतुलित आहार से दिल खुश रहेगा और बीमारी का खतरा कम होगा।
टेलीमेडिसिन से जुड़े रहें दिल के रोगी : डॉ. जय बाबू
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जय बाबू ने बताया कि कोरोना वायरस दिल की मांसपेशियों और नस को कमजोर करता है। इससे हालत खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में मरीज दवाएं बंद न करें और टेलीमेडिसिन से चिकित्सक के संपर्क में रहें। हालत गंभीर होने पर ही घर से बाहर जाएं।
जज्बा : ऑपरेशन के बाद भी सामान्य जिंदगी जी रहे लोग
सुबह एक घंटे टहलने से रहता हूं फिट: आशीष माथुर
लॉयर्स कॉलोनी निवासी आशीष माथुर ने कहा कि 12 साल पहले वॉल्व बदला था, तभी से रोजाना सुबह एक घंटे टहलना अनिवार्य कर दिया। इससे मैं और मेरा दिल स्वस्थ है। लोग भी नियमित टहलें तो हृदय रोग से बचाव होगा।
2.खानपान को नियंत्रित रखने की जरूरत: राधेश्याम
किशोरपुरा निवासी राधेश्याम की तीन साल पहले एंजियोप्लास्टी हुई। उनका कहना है कि टहलना और खानपान पर नियंत्रण रखने से वह सामान्य जीवन जी रहे हैं। डॉक्टर पर जाने से बेहतर है खुद की दिनचर्या सुधार लें।
ये होना चाहिए
120/80 हो रक्तचाप
100 एमजी/डीएल हो ग्लूकोज स्तर
30-60 मिनट तक रोजाना व्यायाम
25 से कम बॉडी मास इंडेक्स
200 एमजी/डीएल से कम कॉलेस्ट्रॉल
100 एमजी/डीएल से कम खराब कॉलेस्ट्रॉल
इनका रखें ख्याल
- 40 से 60 मिनट सुबह तेज गति से चलें
- आधा घंटा रोजाना साइकिल चलाएं
- तली सामग्री, चटपटा और बाजार का खाना कम खाएं
- फल, हरी सब्जी, दाल का भरपूर प्रयोग करें