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निदेशालय खुलते ही शिक्षक भर्ती की जगी उम्मीद 0 शासन में कई माह से अटका है असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव 0 उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से भेजा चुका है रिक्त पदों का विवरण, मंजूरी का इंतजार प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पद खाली पड़े हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से पदों का वितरण शासन को भेजा जा चुका है लेकिन शासन ने अब तक इस भर्ती को हरी झंडी नहीं दी है। लॉक डाउन के बीच उच्च शिक्षा निदेशालय में 20 अप्रैल से कामकाज शुरू होने के कारण अभ्यर्थियों में अब भर्ती शुरू होने की उम्मीद जगी है। अशासकीय महाविद्यालयों में अससिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए पदों का विवरण जुटाने और अधियाचन तैयार करने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा निदेशालय की है, जबकि अधिचायन तैयार होने के बाद भर्ती परीक्षा का आयोजन और अभ्यर्थियों का चयन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) करता है। निदेशालय ने दो साल पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के 534 पदों पर भर्ती के लिए पदों का अधियाचन यूपीएचईएससी को भेजा था, लेकिन भर्ती का विज्ञापन जारी होने से पहले ही निदेशालय ने अधियाचन वापस ले लिया। तब से यह भर्ती अटकी हुई है। उस वक्त यह कहकर अधिचायन वापस लिया गया था कि आरक्षण की नए सिरे से समीक्षा होगी। इसके बाद नया अधियाचन तैयार किया गया तो ईब्ल्यूएस आरक्षण व्यवस्था लागू कर दी गई। ऐसे में निदेशालय को पदों का अधिचायन फिर से तैयार करना पड़ा। यह काम पूरा होने के बाद भर्ती की तैयारी शुरू हुई तो शासन से नया निर्देश आ गया कि रिक्त पदों का विवरण दोबारा तैयार किया जाए। साथ ही जिला स्तरीय कमेटी बनाकर उससे रिक्त पदों का सत्यापन कराया जाए। सत्यापन प्रक्रिया के बाद निदेशालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 रिक्त पदों पर भर्ती का प्रस्ताव शासन को भेजा, जो अब तक वहीं अटका हुआ है। अभ्यिर्थियों को उम्मीद है कि निदेशालय और शासन में कामकाज शुरू होने के बाद भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
निदेशालय खुलते ही शिक्षक भर्ती की जगी उम्मीद 0 शासन में कई माह से अटका है असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव 0 उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से भेजा चुका है रिक्त पदों का विवरण, मंजूरी का इंतजार प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 पद खाली पड़े हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से पदों का वितरण शासन को भेजा जा चुका है लेकिन शासन ने अब तक इस भर्ती को हरी झंडी नहीं दी है। लॉक डाउन के बीच उच्च शिक्षा निदेशालय में 20 अप्रैल से कामकाज शुरू होने के कारण अभ्यर्थियों में अब भर्ती शुरू होने की उम्मीद जगी है। अशासकीय महाविद्यालयों में अससिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए पदों का विवरण जुटाने और अधियाचन तैयार करने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा निदेशालय की है, जबकि अधिचायन तैयार होने के बाद भर्ती परीक्षा का आयोजन और अभ्यर्थियों का चयन उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) करता है। निदेशालय ने दो साल पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के 534 पदों पर भर्ती के लिए पदों का अधियाचन यूपीएचईएससी को भेजा था, लेकिन भर्ती का विज्ञापन जारी होने से पहले ही निदेशालय ने अधियाचन वापस ले लिया। तब से यह भर्ती अटकी हुई है। उस वक्त यह कहकर अधिचायन वापस लिया गया था कि आरक्षण की नए सिरे से समीक्षा होगी। इसके बाद नया अधियाचन तैयार किया गया तो ईब्ल्यूएस आरक्षण व्यवस्था लागू कर दी गई। ऐसे में निदेशालय को पदों का अधिचायन फिर से तैयार करना पड़ा। यह काम पूरा होने के बाद भर्ती की तैयारी शुरू हुई तो शासन से नया निर्देश आ गया कि रिक्त पदों का विवरण दोबारा तैयार किया जाए। साथ ही जिला स्तरीय कमेटी बनाकर उससे रिक्त पदों का सत्यापन कराया जाए। सत्यापन प्रक्रिया के बाद निदेशालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 3900 रिक्त पदों पर भर्ती का प्रस्ताव शासन को भेजा, जो अब तक वहीं अटका हुआ है। अभ्यिर्थियों को उम्मीद है कि निदेशालय और शासन में कामकाज शुरू होने के बाद भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।