पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
उन्नाव जिले में पत्रकार सूरज को आत्महत्या के लिए उकसाने में महिला दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सदर कोतवाली पुलिस ने दरोगा को न्यायालय में पेश किया और वहां से न्यायिक हिरासत में अस्थाई जेल भेज दिया गया।
एबीनगर निवासी पत्रकार सूरज पांडेय का शव 12 नवंबर को सदर कोतवाली क्षेत्र के शराब मिल के सामने लखनऊ-कानपुर रेलवे ट्रैक पर मिला था। सूरज की मां लक्ष्मी पांडेय ने महिला दरोगा सुनीता चौरसिया व सूरज के बीच नजदीकी का खुलासा किया था।
महिला दरोगा व महिला थाना में तैनात सिपाही अमरसिंह पर हत्या व हत्या की साजिश रचने तथा जान से मारने की धमकी देेने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
एसआईटी मामले को आत्महत्या मान रही थी। एसपी के अनुरोध पर 18 नंवबर को लखनऊ की एफएसएल टीम के संयुक्त निदेशक जी खान ने तीन सदस्यीय टीम के साथ रेलवे ट्रैक का निरीक्षण कर 21 नवंबर को अपनी रिपोर्ट एसपी को सौंपी थी।
रिपोर्ट में सूरज के आत्महत्या करने की बात कही गई थी। महिला दरोगा के साथ मोबाइल फोन पर हुई बात और व्हाट्सएप चेटिंग समेत अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पत्रकार को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मामला तरमीम कर लिया था।
मंगलवार देर रात महिला दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि जल्द ही आरोपी सिपाही अमरसिंह को भी गिरफ्तार किया जाएगा। कोरोना के कारण नए बंदियों को 14 दिन दूसरे बंदियों से अलग रखने के नियम के कारण आरोपी दरोगा को अस्थायी जेल में रखा गया है।
उन्नाव जिले में पत्रकार सूरज को आत्महत्या के लिए उकसाने में महिला दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सदर कोतवाली पुलिस ने दरोगा को न्यायालय में पेश किया और वहां से न्यायिक हिरासत में अस्थाई जेल भेज दिया गया।
एबीनगर निवासी पत्रकार सूरज पांडेय का शव 12 नवंबर को सदर कोतवाली क्षेत्र के शराब मिल के सामने लखनऊ-कानपुर रेलवे ट्रैक पर मिला था। सूरज की मां लक्ष्मी पांडेय ने महिला दरोगा सुनीता चौरसिया व सूरज के बीच नजदीकी का खुलासा किया था।
महिला दरोगा व महिला थाना में तैनात सिपाही अमरसिंह पर हत्या व हत्या की साजिश रचने तथा जान से मारने की धमकी देेने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसपी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
एसआईटी मामले को आत्महत्या मान रही थी। एसपी के अनुरोध पर 18 नंवबर को लखनऊ की एफएसएल टीम के संयुक्त निदेशक जी खान ने तीन सदस्यीय टीम के साथ रेलवे ट्रैक का निरीक्षण कर 21 नवंबर को अपनी रिपोर्ट एसपी को सौंपी थी।
रिपोर्ट में सूरज के आत्महत्या करने की बात कही गई थी। महिला दरोगा के साथ मोबाइल फोन पर हुई बात और व्हाट्सएप चेटिंग समेत अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पत्रकार को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मामला तरमीम कर लिया था।
मंगलवार देर रात महिला दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि जल्द ही आरोपी सिपाही अमरसिंह को भी गिरफ्तार किया जाएगा। कोरोना के कारण नए बंदियों को 14 दिन दूसरे बंदियों से अलग रखने के नियम के कारण आरोपी दरोगा को अस्थायी जेल में रखा गया है।