न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Updated Mon, 23 Nov 2020 04:21 PM IST
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उत्तर प्रदेश के कानपुर में सगाई से चार दिन पहले मंगेतर हरप्रीत कौर(22) की हत्या करने वाले गुरुद्वारे के सेवादार को एक साल बाद साथी संग रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हत्यारोपियों पर 25-25 हजार का ईनाम भी घोषित था। मामले में एक आरोपी पहले ही जेल जा चुका है। युवती का मंगेतर पहले से शादीशुदा था।
इधर युवती से भी शादी का वादा कर रखा था। शादी का दबाव पड़ने पर उसने हरप्रीत की हत्या की थी। गुमटी निवासी हरप्रीत कौर की पिछले साल 13 दिसंबर को अमृतसर के लोपेके निवासी सेवादार जुगराज सिंह के साथ सगाई होनी थी। जुगराज दिल्ली के चांदनी चौक में एक गुरुद्वारे में सेवादार था। नौ दिसंबर को हरप्रीत ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए घर से निकली थी।
सेंट्रल स्टेशन के बाहर ही जुगराज अपने साथी सुखविंदर और सुखचैन के साथ पहुंचा तथा हरप्रीत को कार में बैठाकर वहां से निकल गया। आरोपियों ने हरप्रीत की गला घोंटकर हत्या कर दी और महाराजपुर हाईवे किनारे शव फेंक दिया। 16 दिसंबर 2019 को हत्याकांड का खुलासा कर कार मालिक सुखविंदर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब से जुगराज और सुखचैन फरार थे। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि सर्विलांस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
हां मैंने घोंटा था हरप्रीत का गला
सूत्रों के मुताबिक हरप्रीत की हत्या का जुगराज को कोई अफसोस नहीं है। पुलिस की पूछताछ में उसने जुर्म कबूला। उसने कहा कि उसकी शादी हो चुकी थी। हरप्रीत से मुलाकात हुई। दोस्ती के बाद प्यार हो गया। मगर कुछ ही दिन बाद हरप्रीत और उसके परिजन शादी के दबाव डालने लगे।
उनको ये नहीं पता था कि जुगराज शादीशुदा है। जुगराज ने बताया कि सगाई तय होने के बाद उसको कुछ समझ नहीं आया तो उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और उसको अंजाम दे डाला। अपने मोबाइल फोन दिल्ली में रखकर आया था। जिससे वो बच सके। लेकिन पुलिस के जाल में वो फंस गया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सगाई से चार दिन पहले मंगेतर हरप्रीत कौर(22) की हत्या करने वाले गुरुद्वारे के सेवादार को एक साल बाद साथी संग रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हत्यारोपियों पर 25-25 हजार का ईनाम भी घोषित था। मामले में एक आरोपी पहले ही जेल जा चुका है। युवती का मंगेतर पहले से शादीशुदा था।
इधर युवती से भी शादी का वादा कर रखा था। शादी का दबाव पड़ने पर उसने हरप्रीत की हत्या की थी। गुमटी निवासी हरप्रीत कौर की पिछले साल 13 दिसंबर को अमृतसर के लोपेके निवासी सेवादार जुगराज सिंह के साथ सगाई होनी थी। जुगराज दिल्ली के चांदनी चौक में एक गुरुद्वारे में सेवादार था। नौ दिसंबर को हरप्रीत ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए घर से निकली थी।
सेंट्रल स्टेशन के बाहर ही जुगराज अपने साथी सुखविंदर और सुखचैन के साथ पहुंचा तथा हरप्रीत को कार में बैठाकर वहां से निकल गया। आरोपियों ने हरप्रीत की गला घोंटकर हत्या कर दी और महाराजपुर हाईवे किनारे शव फेंक दिया। 16 दिसंबर 2019 को हत्याकांड का खुलासा कर कार मालिक सुखविंदर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब से जुगराज और सुखचैन फरार थे। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि सर्विलांस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
हां मैंने घोंटा था हरप्रीत का गला
सूत्रों के मुताबिक हरप्रीत की हत्या का जुगराज को कोई अफसोस नहीं है। पुलिस की पूछताछ में उसने जुर्म कबूला। उसने कहा कि उसकी शादी हो चुकी थी। हरप्रीत से मुलाकात हुई। दोस्ती के बाद प्यार हो गया। मगर कुछ ही दिन बाद हरप्रीत और उसके परिजन शादी के दबाव डालने लगे।
उनको ये नहीं पता था कि जुगराज शादीशुदा है। जुगराज ने बताया कि सगाई तय होने के बाद उसको कुछ समझ नहीं आया तो उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और उसको अंजाम दे डाला। अपने मोबाइल फोन दिल्ली में रखकर आया था। जिससे वो बच सके। लेकिन पुलिस के जाल में वो फंस गया।