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कटरा मेदनीगंज। स्थानीय कस्बे में बृहस्पतिवार की रात पवन कुमार वर्मा को दबोचने के लिए पहुंची एसओजी और कोतवाल ने डकैतों जैसा काम कर डाला। दरवाजा न खुलने पर पुलिस ने उसे चीर डाला और पवन को दबोचने के बाद तलाशी के बहाने घर का सारा सामान तहस नहस कर दिया। पुलिस की मनमानी देखकर कस्बे के लोगाें का आक्रोश फूटा और वे दुकानें बंद कर विरोध पर उतर आए।
पवन कुमार वर्मा बिल्डिंग का काम करता है। वह पूर्व में तिहाड़ जेल की सजा काट चुका है। हालांकि काफी दिनों से घर पर रहता था। इस बीच बाजार के कोटेदार जगन्नाथ को मारपीट कर 15 हजार रुपये लूटने के मामले में दो सिपाहियों पर आरोप लगने के बाद माहौल गर्म हो गया था। बृहस्पतिवार रात शहर कोतवाल और एसओजी पवन को उसके घर से उठाया तो लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। पवन के घर तोड़फोड़ देखते ही उनका पारा चढ़ गया। पवन की पत्नी ने लोगाें को बताया कि वह पुलिस वालाें से गुहार लगाती रही लेकिन वे उसकी एक नहीं सुन रहे थे। पवन को पकड़ने के बाद तमंचा खोजने की बात कहकर अटैचियां, आलमारी और बाक्स तोड़ डाले। इससे आक्रोशित लोगों ने भोर में ही सिपाही की तलाश में चौकी पर भी दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। सुबह सभी अपनी दुकानें बंद कर हाइवे जाम करने की योजना बना रहे थे तभी कुछ लोगाें ने एसपी से शिकायत करने की बात कही। इससे दुकानें नहीं खुलीं और सभी लोग एसपी आफिस पहुंच गए।
स्थानीय कस्बे का व्यापारी पवन कुमार वर्मा एक जमीन पर हो रहा कब्जा न रोकने पर सिपाहियाें से खासा नाराज था। कस्बे के ही शिव पैलेस के पास स्थित जमीन पर कुछ लोग निर्माण कर रहे थे। पवन उसे रोकने के लिए पुलिस चौकी पर गया तो उसे सिपाहियाें के पास भेज दिया गया। सिपाहियाें ने उच्च अधिकारी के आदेश के बिना जाने से इनकार कर दिया। इससे पवन और उसके घर के लोग सिपाही से खफा चल रहे थे।
नगर कोतवाली से फरार शातिर वाहन चोर अंतू के अधारपुर के पिंटू सरोज के बयान पर पुलिस ने पवन कुमार के यहां दबिश दी थी। शहर में चोरी करने के दौरान रंगे हाथ धराया पिंटू पुलिस की हिरासत से भाग निकला था। कोतवाल पहुप सिंह ने बताया कि पिंटू को एसओजी ने तीन दिन पहले दबोच लिया था। पिंटू ने चोरी की दो मोटरसाइकिलें कटरा मेदनीगंज के पवन कुमार वर्मा को देने का बयान दिया था। इसीलिए उसके घर दबिश दी गई थी। तोड़फोड़ की बात पूरी तरह से गलत है। पवन शातिर अपराधी है और तिहाड़ जेल में सजा काट चुका है।
कटरा मेदनीगंज। स्थानीय कस्बे में बृहस्पतिवार की रात पवन कुमार वर्मा को दबोचने के लिए पहुंची एसओजी और कोतवाल ने डकैतों जैसा काम कर डाला। दरवाजा न खुलने पर पुलिस ने उसे चीर डाला और पवन को दबोचने के बाद तलाशी के बहाने घर का सारा सामान तहस नहस कर दिया। पुलिस की मनमानी देखकर कस्बे के लोगाें का आक्रोश फूटा और वे दुकानें बंद कर विरोध पर उतर आए।
पवन कुमार वर्मा बिल्डिंग का काम करता है। वह पूर्व में तिहाड़ जेल की सजा काट चुका है। हालांकि काफी दिनों से घर पर रहता था। इस बीच बाजार के कोटेदार जगन्नाथ को मारपीट कर 15 हजार रुपये लूटने के मामले में दो सिपाहियों पर आरोप लगने के बाद माहौल गर्म हो गया था। बृहस्पतिवार रात शहर कोतवाल और एसओजी पवन को उसके घर से उठाया तो लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। पवन के घर तोड़फोड़ देखते ही उनका पारा चढ़ गया। पवन की पत्नी ने लोगाें को बताया कि वह पुलिस वालाें से गुहार लगाती रही लेकिन वे उसकी एक नहीं सुन रहे थे। पवन को पकड़ने के बाद तमंचा खोजने की बात कहकर अटैचियां, आलमारी और बाक्स तोड़ डाले। इससे आक्रोशित लोगों ने भोर में ही सिपाही की तलाश में चौकी पर भी दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। सुबह सभी अपनी दुकानें बंद कर हाइवे जाम करने की योजना बना रहे थे तभी कुछ लोगाें ने एसपी से शिकायत करने की बात कही। इससे दुकानें नहीं खुलीं और सभी लोग एसपी आफिस पहुंच गए।
स्थानीय कस्बे का व्यापारी पवन कुमार वर्मा एक जमीन पर हो रहा कब्जा न रोकने पर सिपाहियाें से खासा नाराज था। कस्बे के ही शिव पैलेस के पास स्थित जमीन पर कुछ लोग निर्माण कर रहे थे। पवन उसे रोकने के लिए पुलिस चौकी पर गया तो उसे सिपाहियाें के पास भेज दिया गया। सिपाहियाें ने उच्च अधिकारी के आदेश के बिना जाने से इनकार कर दिया। इससे पवन और उसके घर के लोग सिपाही से खफा चल रहे थे।
नगर कोतवाली से फरार शातिर वाहन चोर अंतू के अधारपुर के पिंटू सरोज के बयान पर पुलिस ने पवन कुमार के यहां दबिश दी थी। शहर में चोरी करने के दौरान रंगे हाथ धराया पिंटू पुलिस की हिरासत से भाग निकला था। कोतवाल पहुप सिंह ने बताया कि पिंटू को एसओजी ने तीन दिन पहले दबोच लिया था। पिंटू ने चोरी की दो मोटरसाइकिलें कटरा मेदनीगंज के पवन कुमार वर्मा को देने का बयान दिया था। इसीलिए उसके घर दबिश दी गई थी। तोड़फोड़ की बात पूरी तरह से गलत है। पवन शातिर अपराधी है और तिहाड़ जेल में सजा काट चुका है।