अंतरराष्ट्रीय स्तर का ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट अटरिया रोड पर पंतनगर विवि के अधीन चिह्नित 1122 एकड़ भूमि पर ही बनेगा। इसके लिए आवश्यक प्री-फिजिबिलिटी सर्वे होने के बाद ओएलएस सर्वे होना है। इसके बाद ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को भूमि हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
ओएलएस सर्वे के लिए एयरपोर्ट डायरेक्टर एसके सिंह ने 10.75 लाख रुपये की आवश्यकता जताई। इस पर मुख्य सचिव ने सचिव स्टेट एविएशन को फोन कर तत्काल धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। एयरपोर्ट डायरेक्टर एसके सिंह ने कहा कि शनिवार को देहरादून से हेलीकॉप्टर से मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, वित्त सचिव अमित नेगी पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे।
एयरपोर्ट पर ही आधे घंटे चली एयरपोर्ट विस्तारीकरण संबंधी अहम बैठक में डायरेक्टर एसके सिंह ने अब तक की विस्तारीकरण संबंधी कार्य प्रगति से मुख्य सचिव को अवगत कराया। साथ ही सभी अधिकारियों सहित मुख्य सचिव ने स्थलीय निरीक्षण कर विवि के अधीन 1122 एकड़ भूमि को न्यू ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए उपयुक्त पाया। बताया कि यहां पर एयरपोर्ट के लिए पर्याप्त जमीन है। भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए इसका विस्तार किया जा सकता है। साथ ही यह एयरपोर्ट लॉजिस्टिक हब के रूप में भी कार्य करेगा, जिसमें सिडकुल के उद्योगपति बाहर से कच्चा माल लाने और तैयार माल बाहर भेज पाएंगे।
डायरेक्टर की ओर से ओएलएस सर्वे के लिए 10.75 लाख रुपये की आवश्यकता सहित स्टेट एविएशन की ओर से सर्वे टीम भिजवाने की बात कही गई। मुख्य सचिव ने मोबाइल पर सचिव स्टेट एविएशन से बात कर आवश्यक धनराशि जारी करने सहित ओएलएस सर्वे टीम भेजने के निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों ने प्राग फार्म और खुरपिया फार्म का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहां से लौटकर मुख्य सचिव और अधिकारी हेलीकॉप्टर से नैनीताल रवाना हो गए।
इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान मंडलायुक्त राजीव रौतेला, विधायक राजेश शुक्ला, डीएम नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदरजीत सिंह, निदेशक एयरपोर्ट एसके सिंह, सीडीओ मयूर दीक्षित, एडीएम जगदीश कांडपाल, जीएम सिडकुल पीसी दुम्का, एसएलओ एनएस नबियाल, नरेश दुर्गापाल, गौरव कुमार, मुक्ता मिश्र, भूपेंद्र कांडपाल आदि थे।
आवासीय पट्टे देने की मांग
खुरपिया वार्ड के सभासद रणजीत सिंह नगरकोटी ने एडीएम जगदीश कांडपाल के माध्यम से एक ज्ञापन प्रमुख सचिव को भेजा है। ज्ञापन में कहा गया है कि इस क्षेत्र (खुरपिया फार्म) में बड़ी तादाद में वे लोग रह रहे हैं जो खुरपिया और प्राग फार्म में श्रमिक थे। बताया कि उक्त लोग तीन पीढ़ियों से वहां रह रहे हैं। कुछ लोगों को आवासीय पट्टे मिल चुके हैं, जबकि कुछ आज तक आवासीय पट्टे से वंचित हैं। उन्होंने मांग की है कि शेष लोगों को भी जल्द ही आवासीय पट्टे दिए जाएं।