पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने मकतूम के साथ कोविड-19 के बाद भारत और खाड़ी देश के बीच आर्थिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
जयशंकर ने भारतीय समुदाय का ख्याल रखने के लिए अल मकतूम का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि भारत इस मुश्किल वक्त के दौरान सभी मामलों में यूएई का एक विश्वसनीय साझेदार रहा है।
जयशंकर ने ट्वीट किया कि यूएई के उपराष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री तथा दुबई के शासक अल मकतूम से मुलाकात की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी पत्र सौंपा। साथ में भारतीय समुदाय का खयाल रखने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
विदेश मंत्री ने एक्सपो 2020 में भारतीय मंडप का भी दौरा किया और मंडप की प्रगति की समीक्षा की, जो कला और संस्कृति के अलावा नवाचार और प्रौद्योगिकी में भारत की ताकत प्रदर्शन करती है। दुबई में महावाणिज्य दूत ने एक ट्वीट में बताया कि विदेश मंत्री ने दुबई और उत्तरी अमीरात में रहने वाले भारतीय समुदाय को डिजिटल माध्यम से संबोधित भी किया।
सेशेल्स के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा भारत : जयशंकर
जयशंकर ने सेशेल्स की दो दिवसीय यात्रा में देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता की और इस दौरान भारत ने हिंद महासागर के इस देश के साथ कोविड-19 के बाद के दौर में रणनीतिक संबंध और मजबूत करने का संकल्प लिया। संयुक्त अरब अमीरात से यहां पहुंचे जयशंकर मंगलवार को शुरू हुई तीन देशों की अपनी इस यात्रा के तहत बहरीन भी गए थे।
भारतीय मूल के राष्ट्रपति को बधाई दी
जयशंकर ने सेशेल्स के भारतीय मूल के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति वैवेल रामकलावन से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें चुनाव में हाल में मिली जीत की बधाई दी। एस जयशंकर और रामकलावन ने कानून के शासन तथा लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास पर आधारित दोनों देशों के ऐतिहासिक रूप से मजबूत संबंधों पर चर्चा की। जयशकंर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक निजी संदेश भी रामकलावन तक पहुंचाया। भारत ने सेशेल्स के राष्ट्रपति को 2021 में भारत आने का न्योता दिया है। जयशंकर ने रामकलावन के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘हमने हमारे निकट सुरक्षा सहयोग, विकास को लेकर मजबूत साझेदारी और लोगों के बीच पुराने संबंधों पर चर्चा की।’’ इस साल 25 अक्तूबर को राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने वाले भारतीय मूल के राष्ट्रपति रामकलावन के पिता बिहार के मूल निवासी थे।
विदेश मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, जयशंकर ने कोविड-19 दौर के बाद भारत तथा सेशेल्स के बीच रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने के भारत के संकल्प को दोहराया। इसमें कहा गया कि मंत्री ने भारत के ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास) दृष्टिकोण में सेशेल्स के अहम होने की बात की, जो हिंद महासागर क्षेत्र की ओर भारत की नीति को दर्शाता है। जलक्षेत्र पार के पड़ोसी होने के नाते सेशेल्स ‘पड़ोसी को प्राथमिकता देने’ की भारत की नीति का भी हिस्सा है।
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब भारत हिंद महासागर में सामरिक रूप से अहम क्षेत्र में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए देश में बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है। हिंद महासागर में चीन अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने मकतूम के साथ कोविड-19 के बाद भारत और खाड़ी देश के बीच आर्थिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
जयशंकर ने भारतीय समुदाय का ख्याल रखने के लिए अल मकतूम का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि भारत इस मुश्किल वक्त के दौरान सभी मामलों में यूएई का एक विश्वसनीय साझेदार रहा है।
जयशंकर ने ट्वीट किया कि यूएई के उपराष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री तथा दुबई के शासक अल मकतूम से मुलाकात की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी पत्र सौंपा। साथ में भारतीय समुदाय का खयाल रखने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
विदेश मंत्री ने एक्सपो 2020 में भारतीय मंडप का भी दौरा किया और मंडप की प्रगति की समीक्षा की, जो कला और संस्कृति के अलावा नवाचार और प्रौद्योगिकी में भारत की ताकत प्रदर्शन करती है। दुबई में महावाणिज्य दूत ने एक ट्वीट में बताया कि विदेश मंत्री ने दुबई और उत्तरी अमीरात में रहने वाले भारतीय समुदाय को डिजिटल माध्यम से संबोधित भी किया।
सेशेल्स के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा भारत : जयशंकर
जयशंकर ने सेशेल्स की दो दिवसीय यात्रा में देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता की और इस दौरान भारत ने हिंद महासागर के इस देश के साथ कोविड-19 के बाद के दौर में रणनीतिक संबंध और मजबूत करने का संकल्प लिया। संयुक्त अरब अमीरात से यहां पहुंचे जयशंकर मंगलवार को शुरू हुई तीन देशों की अपनी इस यात्रा के तहत बहरीन भी गए थे।
भारतीय मूल के राष्ट्रपति को बधाई दी
जयशंकर ने सेशेल्स के भारतीय मूल के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति वैवेल रामकलावन से शुक्रवार को मुलाकात की और उन्हें चुनाव में हाल में मिली जीत की बधाई दी। एस जयशंकर और रामकलावन ने कानून के शासन तथा लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास पर आधारित दोनों देशों के ऐतिहासिक रूप से मजबूत संबंधों पर चर्चा की। जयशकंर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक निजी संदेश भी रामकलावन तक पहुंचाया। भारत ने सेशेल्स के राष्ट्रपति को 2021 में भारत आने का न्योता दिया है। जयशंकर ने रामकलावन के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘हमने हमारे निकट सुरक्षा सहयोग, विकास को लेकर मजबूत साझेदारी और लोगों के बीच पुराने संबंधों पर चर्चा की।’’ इस साल 25 अक्तूबर को राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने वाले भारतीय मूल के राष्ट्रपति रामकलावन के पिता बिहार के मूल निवासी थे।
विदेश मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, जयशंकर ने कोविड-19 दौर के बाद भारत तथा सेशेल्स के बीच रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने के भारत के संकल्प को दोहराया। इसमें कहा गया कि मंत्री ने भारत के ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास) दृष्टिकोण में सेशेल्स के अहम होने की बात की, जो हिंद महासागर क्षेत्र की ओर भारत की नीति को दर्शाता है। जलक्षेत्र पार के पड़ोसी होने के नाते सेशेल्स ‘पड़ोसी को प्राथमिकता देने’ की भारत की नीति का भी हिस्सा है।
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब भारत हिंद महासागर में सामरिक रूप से अहम क्षेत्र में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए देश में बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है। हिंद महासागर में चीन अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।