न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Updated Sat, 28 Nov 2020 02:22 AM IST
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
हरिद्वार महाकुंभ के दौरान देश भर के श्रद्धालु आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर स्नान करने आएंगे या सरकार बॉर्डर पर उनका एंटीजन टेस्ट कराएगी? अभी इस सवाल पर सरकार की ओर से कुहासा पूरी तरह नहीं छंट पाया है। हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछले दिनों कहा था कि कुंभ में स्नान के लिए कोविड रिपोर्ट जरूरी होगी।
लेकिन अभी इस पर निर्णय होना है। नैनीताल उच्च न्यायालय ने भी प्रदेश सरकार से कुंभ मेले के दौरान कोविड से बचाव और रोकथाम की तैयारियों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आज शनिवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कुंभ में श्रद्धालुओं की कोविड टेस्टिंग को लेकर चर्चा हो सकती है।
495 डॉक्टर और 3000 स्वास्थ्य कर्मी होंगे तैनात
राज्य सरकार ने कोरोनाकाल को देखते हुए कुंभ मेले के लिए जो तैयारी की है, उसके अनुसार, 495 डॉक्टर और करीब तीन हजार स्वास्थ्य कर्मी तैनात होंगे। वर्तमान में हरिद्वार में 70 डाक्टर और 250 स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। अस्पतालों में 594 बेड उपलब्ध हैं। 1000 बेड की व्यवस्था बनाई जा रही है। जिले के बोर्ड के पास पांच 10-10 बेड वाले छह अस्पताल बनेंगे।
रेलवे और बस अड्डे के आसपास भी 10-10 बेड के पांच अस्पताल बनाए जा रहे हैं। पांच स्थायी अस्पताल में 20-20 बेड की व्यवस्था की जा रही है। एक अस्पताल 150 बैड का तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में चार एंबुलेंस तैनात हैं और चार एंबुलेंस और मिलेंगी। एक वाटर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है।
हरिद्वार कुंभ में इस बार सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। मेले के लिए पुलिस ने अपने स्तर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। कुंभ मेले के लिए करीब 700 पुलिसकर्मियों की पहली सूची जारी कर दी गई है। भविष्य में और पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी कुंभ मेले में लगाई जाएगी।
महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि कुंभ को सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस दृढ़ संकल्पित है। 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले के लिए सभी स्तरों से तैयारियां शुरू हो चुकी है। कुंभ मेला सुरक्षित और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हो इसके लिए उत्तराखंड पुलिस विभाग ने भी अपने स्तर से पूरी तैयारी कर ली है। करीब 20 हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी कुंभ मेले में लगाई जाएगी। हालांकि, कोरोना के कारण कुंभ मेले में इस बार भीड़ के सीमित रहने की उम्मीद है, लेकिन पुलिस पहले के हिसाब से ही तैयारियां कर रही है।
महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि बदलती परिस्थितयों में कुंभ में आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों के साथ ही ड्रोन से कुंभ पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी कुंभ के स्वरूप को लेकर कोई चर्चा नहीं है। भीड़ जिस प्रकार से होगी परिस्थिति के हिसाब से उसी समय निर्णय लिया जाएगा। कहा कि कोविड-19 को लेकर जो भी दिशानिर्देश होंगे उसका पूरा पालन करवाया जाएगा।
कुंभ में सभी तैयारियों के साथ कोविड की रोकथाम की कार्ययोजना एक अहम हिस्सा है। इसके लिए शासन स्तर से लगातार दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के कोरोना टेस्ट होंगे या वे कोविड रिपोर्ट लेकर आएंगे, इस पर शासन ने निर्णय लेना है। मेले के स्तर पर सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
- डॉ. एके सैंगर, मेला अधिकारी (स्वास्थ्य)
कुंभ मेले के दौरान कोविड-19 महामारी की रोकथाम राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। वहां अस्पतालों में 1000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। पर्याप्त संख्या में डाक्टरों और कोरोना वारियर्स की तैनाती की जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो अन्य राज्यों से भी स्टाफ मंगाया जाएगा। कुंभ में कोविड की रोकथाम के लिए होने वाले उपायों को लेकर मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। सरकार न्यायालय में अपना विषय रखेगी।
-मदन कौशिक, शासकीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री
हरिद्वार महाकुंभ के दौरान देश भर के श्रद्धालु आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर स्नान करने आएंगे या सरकार बॉर्डर पर उनका एंटीजन टेस्ट कराएगी? अभी इस सवाल पर सरकार की ओर से कुहासा पूरी तरह नहीं छंट पाया है। हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछले दिनों कहा था कि कुंभ में स्नान के लिए कोविड रिपोर्ट जरूरी होगी।
लेकिन अभी इस पर निर्णय होना है। नैनीताल उच्च न्यायालय ने भी प्रदेश सरकार से कुंभ मेले के दौरान कोविड से बचाव और रोकथाम की तैयारियों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आज शनिवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कुंभ में श्रद्धालुओं की कोविड टेस्टिंग को लेकर चर्चा हो सकती है।
495 डॉक्टर और 3000 स्वास्थ्य कर्मी होंगे तैनात
राज्य सरकार ने कोरोनाकाल को देखते हुए कुंभ मेले के लिए जो तैयारी की है, उसके अनुसार, 495 डॉक्टर और करीब तीन हजार स्वास्थ्य कर्मी तैनात होंगे। वर्तमान में हरिद्वार में 70 डाक्टर और 250 स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। अस्पतालों में 594 बेड उपलब्ध हैं। 1000 बेड की व्यवस्था बनाई जा रही है। जिले के बोर्ड के पास पांच 10-10 बेड वाले छह अस्पताल बनेंगे।
रेलवे और बस अड्डे के आसपास भी 10-10 बेड के पांच अस्पताल बनाए जा रहे हैं। पांच स्थायी अस्पताल में 20-20 बेड की व्यवस्था की जा रही है। एक अस्पताल 150 बैड का तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में चार एंबुलेंस तैनात हैं और चार एंबुलेंस और मिलेंगी। एक वाटर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है।
कुंभ मेले में सीसीटीवी, ड्रोन से रखी जाएगी नजर
हरिद्वार कुंभ में इस बार सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। मेले के लिए पुलिस ने अपने स्तर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। कुंभ मेले के लिए करीब 700 पुलिसकर्मियों की पहली सूची जारी कर दी गई है। भविष्य में और पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी कुंभ मेले में लगाई जाएगी।
महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि कुंभ को सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस दृढ़ संकल्पित है। 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले के लिए सभी स्तरों से तैयारियां शुरू हो चुकी है। कुंभ मेला सुरक्षित और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हो इसके लिए उत्तराखंड पुलिस विभाग ने भी अपने स्तर से पूरी तैयारी कर ली है। करीब 20 हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी कुंभ मेले में लगाई जाएगी। हालांकि, कोरोना के कारण कुंभ मेले में इस बार भीड़ के सीमित रहने की उम्मीद है, लेकिन पुलिस पहले के हिसाब से ही तैयारियां कर रही है।
महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि बदलती परिस्थितयों में कुंभ में आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों के साथ ही ड्रोन से कुंभ पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी कुंभ के स्वरूप को लेकर कोई चर्चा नहीं है। भीड़ जिस प्रकार से होगी परिस्थिति के हिसाब से उसी समय निर्णय लिया जाएगा। कहा कि कोविड-19 को लेकर जो भी दिशानिर्देश होंगे उसका पूरा पालन करवाया जाएगा।
कुंभ में सभी तैयारियों के साथ कोविड की रोकथाम की कार्ययोजना एक अहम हिस्सा है। इसके लिए शासन स्तर से लगातार दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के कोरोना टेस्ट होंगे या वे कोविड रिपोर्ट लेकर आएंगे, इस पर शासन ने निर्णय लेना है। मेले के स्तर पर सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
- डॉ. एके सैंगर, मेला अधिकारी (स्वास्थ्य)
कुंभ मेले के दौरान कोविड-19 महामारी की रोकथाम राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। वहां अस्पतालों में 1000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। पर्याप्त संख्या में डाक्टरों और कोरोना वारियर्स की तैनाती की जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो अन्य राज्यों से भी स्टाफ मंगाया जाएगा। कुंभ में कोविड की रोकथाम के लिए होने वाले उपायों को लेकर मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। सरकार न्यायालय में अपना विषय रखेगी।
-मदन कौशिक, शासकीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री