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हरकी पैड़ी पर आतंकियों के घुसने की सूचना पर मंगलवार देर रात तक पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो उनके होश उड़ गए।
दरअसल, यह सच में नहीं बल्कि मॉक ड्रिल में हुआ। हरिद्वार पुलिस ने आतंकी घटना के बाद आतंकियों को मार गिराने के ऑपरेशन का अभ्यास किया। देर रात हुई इस मॉक ड्रिल से एक बारगी शहर में अफरा तफरी मच गई।
मंगलवार देर रात हरिद्वार पुलिस को सूचना मिली की हरकी पैड़ी पर पहुंचे छह आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। आतंकी हमले में 12 श्रद्धालु मारे गए है जबकि 40 श्रद्धालु घायल हुए। सूचना मिलने पर हरिद्वार पुलिस की अलग अलग टीमों ने हरकी पैड़ी पहुंचकर मोर्चा संभाला। एक-एक कर चार आतंकी ढेर कर दिए, जबकि दो जिंदा पकड़े।
आतंकी घटना के बाद तुरंत घायलों को अस्पतालों तक ले जाने की एक्सरसाइज की गई। क्षेत्र में आतंकी घटना के बाद किसकी क्या जिम्मेदारी है, ये भी तय हुआ। पूरे मेला क्षेत्र में हर किसी की अलग अलग जिम्मेदारी तय कर देने की भूमिका भी अदा की गई।
जैसे कि बम निरोधक दस्ते की सक्रियता, दमकल महकमा की जिम्मेदारी, पुलिस नियंत्रण कक्ष, भीड़ को नियंत्रित करना, बाजार के मार्ग सील, हरकी पैड़ी चौकी पर निगाह रखने की बात भी उठी।
तय हुआ कि जीरो जोन में वाहन नहीं आने दिए जाएंगे। इस दौरान एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी ममता वोहरा, एसपी देहात मणिकांत मिश्रा समेत अनेक पुलिस अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
हरकी पैड़ी पर आतंकियों के घुसने की सूचना पर मंगलवार देर रात तक पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो उनके होश उड़ गए।
दरअसल, यह सच में नहीं बल्कि मॉक ड्रिल में हुआ। हरिद्वार पुलिस ने आतंकी घटना के बाद आतंकियों को मार गिराने के ऑपरेशन का अभ्यास किया। देर रात हुई इस मॉक ड्रिल से एक बारगी शहर में अफरा तफरी मच गई।
मंगलवार देर रात हरिद्वार पुलिस को सूचना मिली की हरकी पैड़ी पर पहुंचे छह आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। आतंकी हमले में 12 श्रद्धालु मारे गए है जबकि 40 श्रद्धालु घायल हुए। सूचना मिलने पर हरिद्वार पुलिस की अलग अलग टीमों ने हरकी पैड़ी पहुंचकर मोर्चा संभाला। एक-एक कर चार आतंकी ढेर कर दिए, जबकि दो जिंदा पकड़े।
आतंकी घटना के बाद तुरंत घायलों को अस्पतालों तक ले जाने की एक्सरसाइज की गई। क्षेत्र में आतंकी घटना के बाद किसकी क्या जिम्मेदारी है, ये भी तय हुआ। पूरे मेला क्षेत्र में हर किसी की अलग अलग जिम्मेदारी तय कर देने की भूमिका भी अदा की गई।
जैसे कि बम निरोधक दस्ते की सक्रियता, दमकल महकमा की जिम्मेदारी, पुलिस नियंत्रण कक्ष, भीड़ को नियंत्रित करना, बाजार के मार्ग सील, हरकी पैड़ी चौकी पर निगाह रखने की बात भी उठी।
तय हुआ कि जीरो जोन में वाहन नहीं आने दिए जाएंगे। इस दौरान एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी ममता वोहरा, एसपी देहात मणिकांत मिश्रा समेत अनेक पुलिस अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।