न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई टिहरी
Updated Fri, 27 Nov 2020 10:10 PM IST
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उत्तराखंड में धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र के सकलाना पट्टी में रायपुर-कुमाल्डा-मालदेवता मोटर मार्ग पर चंडीगढ़ से हटवाल गांव जा रही एक बरात की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे वाहन में सवार सात लोगों में से चालक की मौत हो गई। जबकि घायल छह लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में भर्ती कराया। उनमें से तीन की हालत गंभीर होने पर ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, बरात की सूमो दुबड़ा गांव में दलियान के पास करीब सात बजे अनियंत्रित होकर 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना का पता चलने पर स्थानीय लोगों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर घायलों को खाई से निकालकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर पहुंचाया। लेकिन तब तक चालक प्रेम सिंह सजवाण की मौत हो चुकी थी। वहीं, साक्षी उम्र छह वर्ष, सीमा उम्र 35 वर्ष, हरी सिंह उम्र 82 वर्ष, किशोर सिंह पुत्र मातबर सिंह उम्र 48 वर्ष, सेक्टर 24 चंडीगढ़, जय सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति घायल हुए हैं।
बहन को विदा करने के बाद उसके ससुराल पौड़ी जिले के यमकेश्वर माला गांव से वापस नाई (गूलर) आ रहे दो युवकों की बाइक गूलर-ब्यासी के बीच अनियंत्रित हो गई। इस दुर्घटना में दोनों युवक गंभीर से घायल हो गए। 108 की मदद से दोनों को एम्स में लाया गया। इस दौरान नव विवाहिता के भाई कुलदीप (14) पुत्र पूरन सिंह अस्पताल में ले जाते वक्त मौत हो गई। रविंद्र सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह (22) निवासी नाई को एम्स में भर्ती किया गया है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव सरदार सिंह पुंडीर ने बताया कि कुलदीप और रविंद्र यमकेश्वर ब्लॉक के माला गांव से वापस गूलर की ओर मोटरसाइकिल से रवाना हुए थे, बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे डेढ़ किलोमीटर आगे आने पर मोटरसाइकिल फिसल गई। पीछे आ रहे बराती वाहन में सवार लोगों ने उनकी बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना दी।
दुल्हन के भाई की बाइक दुर्घटना में मौत की सूचना मिलने बाद गांव में कोहराम मच गया। इस दौरान चंद मिनटों में खुशियां मातम में बदल गई। बताया जा रहा है कि कुलदीप चार बहनों में सबसे छोटा था। उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है।
वहीं कोविड जांच को लेकर एम्स की ओर से कुलदीप का शव परिजनों को नहीं दिया गया है। जबकि रविंद्र का अभी एम्स में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि युवाओं के पास हेलमेट था जो कि उन्होंने हाथ पर टांग हुआ था।
उत्तराखंड में धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र के सकलाना पट्टी में रायपुर-कुमाल्डा-मालदेवता मोटर मार्ग पर चंडीगढ़ से हटवाल गांव जा रही एक बरात की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे वाहन में सवार सात लोगों में से चालक की मौत हो गई। जबकि घायल छह लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में भर्ती कराया। उनमें से तीन की हालत गंभीर होने पर ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, बरात की सूमो दुबड़ा गांव में दलियान के पास करीब सात बजे अनियंत्रित होकर 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना का पता चलने पर स्थानीय लोगों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर घायलों को खाई से निकालकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर पहुंचाया। लेकिन तब तक चालक प्रेम सिंह सजवाण की मौत हो चुकी थी। वहीं, साक्षी उम्र छह वर्ष, सीमा उम्र 35 वर्ष, हरी सिंह उम्र 82 वर्ष, किशोर सिंह पुत्र मातबर सिंह उम्र 48 वर्ष, सेक्टर 24 चंडीगढ़, जय सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति घायल हुए हैं।
बहन को ससुराल छोड़कर घर आ रहे भाई की सड़क दुर्घटना में मौत
बहन को विदा करने के बाद उसके ससुराल पौड़ी जिले के यमकेश्वर माला गांव से वापस नाई (गूलर) आ रहे दो युवकों की बाइक गूलर-ब्यासी के बीच अनियंत्रित हो गई। इस दुर्घटना में दोनों युवक गंभीर से घायल हो गए। 108 की मदद से दोनों को एम्स में लाया गया। इस दौरान नव विवाहिता के भाई कुलदीप (14) पुत्र पूरन सिंह अस्पताल में ले जाते वक्त मौत हो गई। रविंद्र सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह (22) निवासी नाई को एम्स में भर्ती किया गया है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव सरदार सिंह पुंडीर ने बताया कि कुलदीप और रविंद्र यमकेश्वर ब्लॉक के माला गांव से वापस गूलर की ओर मोटरसाइकिल से रवाना हुए थे, बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे डेढ़ किलोमीटर आगे आने पर मोटरसाइकिल फिसल गई। पीछे आ रहे बराती वाहन में सवार लोगों ने उनकी बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना दी।
दुल्हन के भाई की बाइक दुर्घटना में मौत की सूचना मिलने बाद गांव में कोहराम मच गया। इस दौरान चंद मिनटों में खुशियां मातम में बदल गई। बताया जा रहा है कि कुलदीप चार बहनों में सबसे छोटा था। उसकी दो बहनों की शादी हो चुकी है।
वहीं कोविड जांच को लेकर एम्स की ओर से कुलदीप का शव परिजनों को नहीं दिया गया है। जबकि रविंद्र का अभी एम्स में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि युवाओं के पास हेलमेट था जो कि उन्होंने हाथ पर टांग हुआ था।