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राजधानी में इस माह रिकॉर्ड 96 हजार मरीजों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। कोरोना की शुरुआत से अब तक एक महीने में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में रोगी स्वस्थ हुए। दिल्ली सरकार की बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और जनभागीदारी से ही यह संभव हो सका है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक 3,42,811 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से 96 हजार इस माह ठीक हुए हैं। पिछले तीन दिन से रोजाना चार हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। इससे संक्रमण के मामले बढ़ने के बावजूद रिकवरी दर करीब 90 फीसदी पर बनी हुई है। एम्स अस्पताल के डॉक्टर विक्रम बताते हैं कि यह सब बेहतर प्रबंधन के कारण संभव हो रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है मरीजों की छंटनी। अस्पताल में भर्ती के दौरान उनका आकलन कर आईसीयू या वार्ड में भर्ती किया जाता है।
गंभीर मरीजों के इलाज का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समय पर सही इलाज मिलने से मरीज ठीक हो रहे हैं। वहीं, अब संक्रमण का प्रभाव भी हल्का हो गया है। कुछ मरीजों को एक सप्ताह के भीतर ही अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है। कोरोना से उन मरीजों को ज्यादा समस्या हो रही है, जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी है।
अधिक जांच का मिला फायदा
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि अधिक जांच करने का भी लाभ मिल रहा है। इसमें काफी हद तक लोगों का सहयोग रहा है। जिस व्यक्ति में भी संक्रमण के लक्षण होते
हैं वह जांच केंद्र जाकर टेस्ट करा रहा है। इससे समय पर संक्रमित की पहचान हो रही है और उसे इलाज मिल रहा है।
इस माह की स्थिति
तारीख स्वस्थ
01 3167
02 3126
08 2643
12 2975
16 3197
20 2126
24 3614
26 3736
30 4433
नोट : आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक हैं।
राजधानी में इस माह रिकॉर्ड 96 हजार मरीजों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। कोरोना की शुरुआत से अब तक एक महीने में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में रोगी स्वस्थ हुए। दिल्ली सरकार की बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और जनभागीदारी से ही यह संभव हो सका है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक 3,42,811 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से 96 हजार इस माह ठीक हुए हैं। पिछले तीन दिन से रोजाना चार हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। इससे संक्रमण के मामले बढ़ने के बावजूद रिकवरी दर करीब 90 फीसदी पर बनी हुई है। एम्स अस्पताल के डॉक्टर विक्रम बताते हैं कि यह सब बेहतर प्रबंधन के कारण संभव हो रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है मरीजों की छंटनी। अस्पताल में भर्ती के दौरान उनका आकलन कर आईसीयू या वार्ड में भर्ती किया जाता है।
गंभीर मरीजों के इलाज का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समय पर सही इलाज मिलने से मरीज ठीक हो रहे हैं। वहीं, अब संक्रमण का प्रभाव भी हल्का हो गया है। कुछ मरीजों को एक सप्ताह के भीतर ही अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है। कोरोना से उन मरीजों को ज्यादा समस्या हो रही है, जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी है।
अधिक जांच का मिला फायदा
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि अधिक जांच करने का भी लाभ मिल रहा है। इसमें काफी हद तक लोगों का सहयोग रहा है। जिस व्यक्ति में भी संक्रमण के लक्षण होते
हैं वह जांच केंद्र जाकर टेस्ट करा रहा है। इससे समय पर संक्रमित की पहचान हो रही है और उसे इलाज मिल रहा है।
इस माह की स्थिति
तारीख स्वस्थ
01 3167
02 3126
08 2643
12 2975
16 3197
20 2126
24 3614
26 3736
30 4433
नोट : आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक हैं।