हालांकि विशेषज्ञों का जिलावासियों को संदेश है कि जब तक दवाई नहीं, तब तक लापरवाही नहीं। फिलहाल विशेषज्ञों को सीरो सर्वे रिपोर्ट का इंतजार है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में जांच का दायरा बढ़ गया है। पहले जहां दो हजार जांच घंटे में होती थी, अब यह संख्या तीन हजार से ज्यादा हो गई है। जांच का दायरा बढ़ने के बावजूद मरीजों की संख्या कम होती जा रही है।