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कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अब चहल खाप ने भी ताल ठोंक दी है। इसको लेकर चहल खाप की मीटिंग रधाना गांव में सोमवार को खाप के प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल चहल की अध्यक्षता में हुई। यहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर किसानों की मांगें मानने की मांग की गई।
सूरजमल चहल ने कहा कि रोहतक में खापों की पंचायत में यह तय हुआ है कि सभी खाप पंचायतें अपने-अपने क्षेत्र से लोगों को दिल्ली भेजेंगी। उन्होंने कहा कि आसपास के सभी गांवों में जाकर किसानों को दिल्ली जाने का आह्वान किया जाएगा। खाप के कृष्ण चहल ने कहा कि वे लोग मंगलवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली जाएंगे। हर गांव से दो-दो ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग कम से कम दो महीने का राशन लेकर दिल्ली जाएंगे और जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी, दिल्ली में ही डेरा डाला जाएगा।
किसान यूनियन ने चलाया अभियान
दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन ने रामराय, पोंकरी खेड़ी, राजपुरा व आसपास के गांवों में अभियान चलाया। यूनियन के सदस्य सूरजमल अहलावत ने बताया कि लोगों में किसान आंदोलन के प्रति काफी जागरुकता है। सरकार द्वारा की जा रही ज्यादतियों के खिलाफ जींद से भारी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचेंगे।
समर्थन में आई कालीरामण खाप
दूसरी ओर अखिल भारतीय कालीरामण खाप भी किसानों के समर्थन में आ गई है। इसको लेकर खाप की मीटिंग की गई है। खाप के जिला जींद के प्रतिनिधि मामराज घिमाना के अनुसार खापें समाज का हिस्सा हैं। समाज की भलाई के लिए बनी हैं। ऐसे में खाप ने किसान आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन लोगों ने कहा कि सरकार किसानों को उनका हक दे। जिस कानून का इतना विरोध हो रहा है, सरकार को उस पर दोबारा विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे शांतिपूर्ण आंदोलन चलाएं। कुछ लोग आंदोलन को खराब करने का प्रयास करेंगे, लेकिन उनसे सावधान रहने की जरूरत है। इस मौके पर सत्यवान मांडी, थूआ गांव के पूर्व सरपंच बीरा, रणधीर सिंह, जयपाल, धर्मपाल बड़ौदा, विनोद खरल मौजूद रहे।
लोक गायक अमित ढुल भी पहुंचे टिकरी बॉर्डर
वहीं दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर डटे किसानों का समर्थन करने के लिए पोंकरी खेड़ी गांव निवासी अमित ढुल समर्थन देने पहुंचे। अमित ढुल ने कहा कि उनकी टीम किसानों के साथ है और जिस भी प्रकार की मदद की जरूरत पड़ेगी वही मदद की जाएगी।
किसानों ने समर्थन में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल आज
नरवाना। अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बसंल ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अपनी बात शांतिप्रिय तरीके से रखने के लिए दिल्ली कूच कर रहे हैं। इस दौरान प्रदेश व केंद्र सरकार ने किसानों को रोककर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। कूच के दौरान वाटर टैंकों द्वारा ठंडे पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले किसानों पर छोड़े गए। इस पर आढ़ती, मुनीम व मजदूर सरकार की घोर निंदा करते हैं। नरवाना अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन किसानों के साथ कृषि कानूनों का खुलकर विरोध करती है। किसानों के समर्थन में नरवाना अनाज मंडी एसोसिएशन की ओर से एक दिसंबर को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की जाएगी। अगर सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है।
रधाना गांव में नारेबाजी करते चहल खाप के लोग।- फोटो : Jind
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अब चहल खाप ने भी ताल ठोंक दी है। इसको लेकर चहल खाप की मीटिंग रधाना गांव में सोमवार को खाप के प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमल चहल की अध्यक्षता में हुई। यहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर किसानों की मांगें मानने की मांग की गई।
सूरजमल चहल ने कहा कि रोहतक में खापों की पंचायत में यह तय हुआ है कि सभी खाप पंचायतें अपने-अपने क्षेत्र से लोगों को दिल्ली भेजेंगी। उन्होंने कहा कि आसपास के सभी गांवों में जाकर किसानों को दिल्ली जाने का आह्वान किया जाएगा। खाप के कृष्ण चहल ने कहा कि वे लोग मंगलवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर दिल्ली जाएंगे। हर गांव से दो-दो ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग कम से कम दो महीने का राशन लेकर दिल्ली जाएंगे और जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी, दिल्ली में ही डेरा डाला जाएगा।
किसान यूनियन ने चलाया अभियान
दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन ने रामराय, पोंकरी खेड़ी, राजपुरा व आसपास के गांवों में अभियान चलाया। यूनियन के सदस्य सूरजमल अहलावत ने बताया कि लोगों में किसान आंदोलन के प्रति काफी जागरुकता है। सरकार द्वारा की जा रही ज्यादतियों के खिलाफ जींद से भारी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचेंगे।
समर्थन में आई कालीरामण खाप
दूसरी ओर अखिल भारतीय कालीरामण खाप भी किसानों के समर्थन में आ गई है। इसको लेकर खाप की मीटिंग की गई है। खाप के जिला जींद के प्रतिनिधि मामराज घिमाना के अनुसार खापें समाज का हिस्सा हैं। समाज की भलाई के लिए बनी हैं। ऐसे में खाप ने किसान आंदोलन को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन लोगों ने कहा कि सरकार किसानों को उनका हक दे। जिस कानून का इतना विरोध हो रहा है, सरकार को उस पर दोबारा विचार करना चाहिए। साथ ही उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे शांतिपूर्ण आंदोलन चलाएं। कुछ लोग आंदोलन को खराब करने का प्रयास करेंगे, लेकिन उनसे सावधान रहने की जरूरत है। इस मौके पर सत्यवान मांडी, थूआ गांव के पूर्व सरपंच बीरा, रणधीर सिंह, जयपाल, धर्मपाल बड़ौदा, विनोद खरल मौजूद रहे।
लोक गायक अमित ढुल भी पहुंचे टिकरी बॉर्डर
वहीं दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर डटे किसानों का समर्थन करने के लिए पोंकरी खेड़ी गांव निवासी अमित ढुल समर्थन देने पहुंचे। अमित ढुल ने कहा कि उनकी टीम किसानों के साथ है और जिस भी प्रकार की मदद की जरूरत पड़ेगी वही मदद की जाएगी।
किसानों ने समर्थन में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल आज
नरवाना। अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बसंल ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अपनी बात शांतिप्रिय तरीके से रखने के लिए दिल्ली कूच कर रहे हैं। इस दौरान प्रदेश व केंद्र सरकार ने किसानों को रोककर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। कूच के दौरान वाटर टैंकों द्वारा ठंडे पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले किसानों पर छोड़े गए। इस पर आढ़ती, मुनीम व मजदूर सरकार की घोर निंदा करते हैं। नरवाना अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन किसानों के साथ कृषि कानूनों का खुलकर विरोध करती है। किसानों के समर्थन में नरवाना अनाज मंडी एसोसिएशन की ओर से एक दिसंबर को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की जाएगी। अगर सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है।
रधाना गांव में नारेबाजी करते चहल खाप के लोग।- फोटो : Jind