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महिला थाना कुरुक्षेत्र और शाहाबाद पुलिस की टीम ने मानव तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तार असम से कुरुक्षेत्र तक जुड़े होने का खुलासा हुआ है। असम से लड़कियों को बहलाकर यहां लाया जाता है और फिर इनका सौदा कर दिया जाता है। आशंका जताई जा रही है कि गिरोह का यह मकड़जाल अन्य प्रदेशों में भी फैला हुआ है। हाल ही में इस गिरोह ने असम से लाई गई एक नाबालिग लड़की को मोहड़ी गांव में 50 हजार रुपये में बेच दिया और दूसरी लड़की को 65 हजार रुपये में बेचने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन इससे पहले ही गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने तीन महिलाओं सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक बेची गई नाबालिग लड़की को घर में ही बंधक बनाया हुआ था। बकौल डीएसपी नुपूर बिश्नोई, पुलिस को किसी व्यक्ति ने सूचना दी थी कि गांव मोहड़ी में एक नाबालिग लड़की बंधक बनाई हुई है, जहां उसके साथ मारपीट भी की जा रही है। मारपीट किए जाने की सूचना पर डीएसपी नुपूर बिश्नोई के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और बंधक बनाई गई लड़की को छुड़वाया। पुलिस ने जब इस नाबालिग लड़की से पूछताछ शुरू की तो मानव तस्करी के इस खेल का भंडाफोड़ हुआ। डीएसपी नुपुर के मुताबिक लड़की से पूछताछ के बाद पता चला कि उसे मोहड़ी निवासी बलजिंद्र व उसकी मां ने 50 हजार रुपये में खरीदा है। यह सौदा लड़की के जीजा व बहन ने ही कर दिया था। पत्रकारों से बातचीत में डीएसपी ने बताया कि शुक्रवार को थाना प्रबंधक शाहबाद को इस मामले के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद एसपी के निर्देश पर गठित की गई टीम ने मामले के आरोपियों को काबू किया।
ये आरोपी दबोचे
कबीर निवासी संतली जिला कामरु, आसाम, अम्बिया निवासी बली जिला पानीपत, बलजिन्द्र निवासी मोहड़ी, फूलवती निवासी मोहड़ी, सोमपाल उर्फ सोमा निवासी काबडी जिला पानीपत, इन्द्र उर्फ बल्ला निवासी आहलूयाणा जिला सोनीपत, रोहताश बली कुतुबपुर जिला सोनीपत, कृष्णा निवासी गांव बली को गिरफ्तार किया। जिनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दूसरी लड़की की कीमत मांगी जा रही थी 65 हजार रुपए
डीएसपी ने बताया कि जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि आरेापी असम से लड़कियां लाकर दिल्ली से पानीपत मेें लेकर आते हैं और बेच देते हैं। मोहड़ी में बंधक बनाई गई नाबालिग लड़की को 50 हजार रुपये में उसके बहन और जीजा से खरीदा गया था। जबकि एक अन्य लड़की की कीमत 65 हजार रुपये लगाई गई थी। उसे बेचने की तैयारी की जा रही थी।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल
थाना शाहबाद राजेश कुमार, उप निरीक्षक गुलाब सिंह, महिला थाना से सहायक उप निरीक्षक प्रवीन कौर, सहायक उप निरीक्षक गुलजार सिंह, हवलदार प्रभुदयाल छापेमार टीम में शामिल रहे।
तस्करी, सैक्स रैकेट और ब्लैकमेल का खेल
सूत्रों ने बताया कि यह गिरोह पहले असम से लड़कियों और महिलाओं को बहलाकर यहां लाते थे। यहां उन्हें बंधक बनाकर उनका सौदा कर दिया जाता था। इस काम में गिरोह की महिलाएं भी साथ देती हैं। सूत्रों की मानें तो पुरुष अपने परिवार की महिलाओं का सौदा भी शादी के नाम पर कर देते थे। इस तरह एक सैक्स रैकेट भी साथ-साथ चलाया जा रहा था। यह गिरोह सैक्स रैकेट की आड़ में ब्लैकमेल का खेल भी खेलते रहे हैं। हालांकि इस बारे में पुलिस पूछताछ़ कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि गिरोह से कई बड़े खुलासे और होंगे।
महिला थाना कुरुक्षेत्र और शाहाबाद पुलिस की टीम ने मानव तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तार असम से कुरुक्षेत्र तक जुड़े होने का खुलासा हुआ है। असम से लड़कियों को बहलाकर यहां लाया जाता है और फिर इनका सौदा कर दिया जाता है। आशंका जताई जा रही है कि गिरोह का यह मकड़जाल अन्य प्रदेशों में भी फैला हुआ है। हाल ही में इस गिरोह ने असम से लाई गई एक नाबालिग लड़की को मोहड़ी गांव में 50 हजार रुपये में बेच दिया और दूसरी लड़की को 65 हजार रुपये में बेचने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन इससे पहले ही गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने तीन महिलाओं सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक बेची गई नाबालिग लड़की को घर में ही बंधक बनाया हुआ था। बकौल डीएसपी नुपूर बिश्नोई, पुलिस को किसी व्यक्ति ने सूचना दी थी कि गांव मोहड़ी में एक नाबालिग लड़की बंधक बनाई हुई है, जहां उसके साथ मारपीट भी की जा रही है। मारपीट किए जाने की सूचना पर डीएसपी नुपूर बिश्नोई के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और बंधक बनाई गई लड़की को छुड़वाया। पुलिस ने जब इस नाबालिग लड़की से पूछताछ शुरू की तो मानव तस्करी के इस खेल का भंडाफोड़ हुआ। डीएसपी नुपुर के मुताबिक लड़की से पूछताछ के बाद पता चला कि उसे मोहड़ी निवासी बलजिंद्र व उसकी मां ने 50 हजार रुपये में खरीदा है। यह सौदा लड़की के जीजा व बहन ने ही कर दिया था। पत्रकारों से बातचीत में डीएसपी ने बताया कि शुक्रवार को थाना प्रबंधक शाहबाद को इस मामले के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद एसपी के निर्देश पर गठित की गई टीम ने मामले के आरोपियों को काबू किया।
ये आरोपी दबोचे
कबीर निवासी संतली जिला कामरु, आसाम, अम्बिया निवासी बली जिला पानीपत, बलजिन्द्र निवासी मोहड़ी, फूलवती निवासी मोहड़ी, सोमपाल उर्फ सोमा निवासी काबडी जिला पानीपत, इन्द्र उर्फ बल्ला निवासी आहलूयाणा जिला सोनीपत, रोहताश बली कुतुबपुर जिला सोनीपत, कृष्णा निवासी गांव बली को गिरफ्तार किया। जिनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दूसरी लड़की की कीमत मांगी जा रही थी 65 हजार रुपए
डीएसपी ने बताया कि जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि आरेापी असम से लड़कियां लाकर दिल्ली से पानीपत मेें लेकर आते हैं और बेच देते हैं। मोहड़ी में बंधक बनाई गई नाबालिग लड़की को 50 हजार रुपये में उसके बहन और जीजा से खरीदा गया था। जबकि एक अन्य लड़की की कीमत 65 हजार रुपये लगाई गई थी। उसे बेचने की तैयारी की जा रही थी।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल
थाना शाहबाद राजेश कुमार, उप निरीक्षक गुलाब सिंह, महिला थाना से सहायक उप निरीक्षक प्रवीन कौर, सहायक उप निरीक्षक गुलजार सिंह, हवलदार प्रभुदयाल छापेमार टीम में शामिल रहे।
तस्करी, सैक्स रैकेट और ब्लैकमेल का खेल
सूत्रों ने बताया कि यह गिरोह पहले असम से लड़कियों और महिलाओं को बहलाकर यहां लाते थे। यहां उन्हें बंधक बनाकर उनका सौदा कर दिया जाता था। इस काम में गिरोह की महिलाएं भी साथ देती हैं। सूत्रों की मानें तो पुरुष अपने परिवार की महिलाओं का सौदा भी शादी के नाम पर कर देते थे। इस तरह एक सैक्स रैकेट भी साथ-साथ चलाया जा रहा था। यह गिरोह सैक्स रैकेट की आड़ में ब्लैकमेल का खेल भी खेलते रहे हैं। हालांकि इस बारे में पुलिस पूछताछ़ कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि गिरोह से कई बड़े खुलासे और होंगे।