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पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी प्लांट में आज (21 जनवरी) दोपहर करीब दो बजे आग लग गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद दमकल की 15 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं, जिन्होंने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में पांच कर्मचारियों की मौत हो गई। हालांकि, इस हादसे में कोविड वैक्सीन कोविशील्ड को तो कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन टीबी से संबंधित वैक्सीन जलने की सूचना है। दरअसल, मंजरी प्लांट में बीसीजी की वैक्सीन बनाने का काम हो रहा था।
जानकारी के मुताबिक, मंजरी प्लांट में बीसीजी वैक्सीन बनाने का काम चल रहा था। यह वैक्सीन टीबी की बीमारी में काम आती है। साथ ही, अन्य कई बीमारियों में भी जीवनदायक वैक्सीन साबित हुई है। बता दें कि कुछ समय पहले कोरोना से बचाने के लिए भी बीसीजी वैक्सीन लगाने को लेकर चर्चा काफी तेज हुई थी। हालांकि, इंस्टीट्यूट के अधिकारियों का दावा है कि मंजरी प्लांट में बीसीजी वैक्सीन का ज्यादा स्टॉक नहीं था, जिसके चलते बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में आग की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। आग की लपटें अब प्लांट के चौथे और पांचवें फ्लोर तक पहुंच चुकी हैं, जिसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां करीब दो घंटे से मशक्कत कर रही हैं।
जानकारी के मुताबिक, सीरम इंस्टिट्यूट के गेट नंबर एक पर मंजरी प्लांट है, जहां आग लगी। वहीं, गेट नंबर-तीन, चार और पांच पर मौजूद प्लांट में कोविड वैक्सीन का निर्माण व भंडारण आदि किया जाता है। ये तीनों गेट हादसे वाली जगह से एकदम विपरीत दिशा में हैं।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी प्लांट में आज (21 जनवरी) दोपहर करीब दो बजे आग लग गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद दमकल की 15 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं, जिन्होंने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में पांच कर्मचारियों की मौत हो गई। हालांकि, इस हादसे में कोविड वैक्सीन कोविशील्ड को तो कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन टीबी से संबंधित वैक्सीन जलने की सूचना है। दरअसल, मंजरी प्लांट में बीसीजी की वैक्सीन बनाने का काम हो रहा था।
प्लांट में बन रही थी बीसीजी वैक्सीन
जानकारी के मुताबिक, मंजरी प्लांट में बीसीजी वैक्सीन बनाने का काम चल रहा था। यह वैक्सीन टीबी की बीमारी में काम आती है। साथ ही, अन्य कई बीमारियों में भी जीवनदायक वैक्सीन साबित हुई है। बता दें कि कुछ समय पहले कोरोना से बचाने के लिए भी बीसीजी वैक्सीन लगाने को लेकर चर्चा काफी तेज हुई थी। हालांकि, इंस्टीट्यूट के अधिकारियों का दावा है कि मंजरी प्लांट में बीसीजी वैक्सीन का ज्यादा स्टॉक नहीं था, जिसके चलते बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
लगातार बढ़ रही आग
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में आग की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। आग की लपटें अब प्लांट के चौथे और पांचवें फ्लोर तक पहुंच चुकी हैं, जिसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां करीब दो घंटे से मशक्कत कर रही हैं।
इस जगह हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, सीरम इंस्टिट्यूट के गेट नंबर एक पर मंजरी प्लांट है, जहां आग लगी। वहीं, गेट नंबर-तीन, चार और पांच पर मौजूद प्लांट में कोविड वैक्सीन का निर्माण व भंडारण आदि किया जाता है। ये तीनों गेट हादसे वाली जगह से एकदम विपरीत दिशा में हैं।