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कर्नाटक के शिवमोगा जिले में विस्फोट की घटना के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में पत्थर तोड़ने की सुविधा से जुड़ा एक ठेकेदार शामिल है जहां जिलेटिन की छड़ों से लदे ट्रक में विस्फोट हुआ था। इस हादसे में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई।
हादसे में मृतकों के परिवारजनों को मुख्यमंत्री की ओर से पांच लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर लिखा कि शिवमोगा में हुए हादसे से आहत हूं। इसके अलावा कार्यालय की ओर से मृतकों के परिवारजनो के प्रति शोक जताया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने घायल लोगों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना भी की। राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जा रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने अपने गृह जिले शिवमोगा के हनासोडू में पत्थर तोड़ने की सुविधा में हुए धमाके में लोगों मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और इसके पीछे जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह कल रात से वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं और बचाव अभियान शुरू करने के लिए दलों को रवाना किया गया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि शोक संतप्त परिजन के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
पत्थर तोड़ने के एक स्थान पर रात साढ़े दस बजे के लगभग धमाका हुआ जिससे न केवल शिवमोगा बल्कि पास के चिक्कमगलुरु और दावणगेरे जिलों में भी झटके महसूस किए गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विस्फोट इतना तेज था कि घरों की खिड़की के शीशे टूट गए और सड़कों पर भी दरार उत्पन्न हो गई। धमाके से ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो और भूगर्भ वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भूकंप नहीं आया था। लेकिन शिवमोगा के बाहरी इलाके में ग्रामीण पुलिस थानांतर्गत हंसुर में विस्फोट हुआ था। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिलेटिन ले जा रहे एक ट्रक में धमाका हुआ। ट्रक में मौजूद छह मजदूरों की मौत हो गई। स्थानीय तौर पर कंपन महसूस किया गया। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
कर्नाटक के शिवमोगा जिले में विस्फोट की घटना के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में पत्थर तोड़ने की सुविधा से जुड़ा एक ठेकेदार शामिल है जहां जिलेटिन की छड़ों से लदे ट्रक में विस्फोट हुआ था। इस हादसे में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई।
हादसे में मृतकों के परिवारजनों को मुख्यमंत्री की ओर से पांच लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर लिखा कि शिवमोगा में हुए हादसे से आहत हूं। इसके अलावा कार्यालय की ओर से मृतकों के परिवारजनो के प्रति शोक जताया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने घायल लोगों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना भी की। राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जा रही है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने अपने गृह जिले शिवमोगा के हनासोडू में पत्थर तोड़ने की सुविधा में हुए धमाके में लोगों मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और इसके पीछे जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह कल रात से वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं और बचाव अभियान शुरू करने के लिए दलों को रवाना किया गया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि शोक संतप्त परिजन के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
पत्थर तोड़ने के एक स्थान पर रात साढ़े दस बजे के लगभग धमाका हुआ जिससे न केवल शिवमोगा बल्कि पास के चिक्कमगलुरु और दावणगेरे जिलों में भी झटके महसूस किए गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विस्फोट इतना तेज था कि घरों की खिड़की के शीशे टूट गए और सड़कों पर भी दरार उत्पन्न हो गई। धमाके से ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो और भूगर्भ वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भूकंप नहीं आया था। लेकिन शिवमोगा के बाहरी इलाके में ग्रामीण पुलिस थानांतर्गत हंसुर में विस्फोट हुआ था। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिलेटिन ले जा रहे एक ट्रक में धमाका हुआ। ट्रक में मौजूद छह मजदूरों की मौत हो गई। स्थानीय तौर पर कंपन महसूस किया गया। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।