न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अयोध्या
Updated Sun, 08 Nov 2020 07:13 PM IST
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अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। प्रदेश सरकार हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्य दीपोत्सव के लिए पूरी तैयारी कर रही है। रविवार को प्रदेश के सबसे बड़े अफसर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और एडीजी जोन एसएन साबत ने दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया और राम की पैड़ी व राम कथा पार्क का निरीक्षण किया।
बता दें कि दीपोत्सव पर रामलला के दरबार समेत श्रीराम जन्मभूमि का समूचा परिसर दीपों की माला से जगमग नजर आएगा। पिछले साल गिनीज बुक में दर्ज 4.14 लाख दीप जलाने का अपना ही रिकॉर्ड अयोध्यावासी तोड़ेंगे। इसके लिए अवध विवि के छात्र-छात्राओं को जिम्मेदारी दी गई है। रामनगरी में होने जा रहे चौथे दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी में शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा है। इस बार दीपोत्सव 11 से 13 नवंबर तक होगा। दीपोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला की संध्या आरती के साथ करेंगे। उनके द्वारा आरती के बाद पहला दीप रामलला के दरबार में जलाया जाएगा। इसके बाद संपूर्ण अयोध्या दीपों से जगमगा उठेगी।
राम की पैड़ी पर 5.51 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस बार का दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर का फैसला आने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। अब तो राममंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। इसलिए दीपोत्सव को दोगुने उत्साह के साथ मनाने की योजना है। 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब श्रीराम जन्मभूमि परिसर में इतने बड़े स्तर पर दीप जलाए जाएंगे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक अयोध्या पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियों का राम कथा पार्क में स्वागत करेंगे। उसके बाद राम और सीता के स्वरूप पुष्पक विमान से राम कथा पार्क पहुंचेंगे जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी इनकी अगवानी करेंगे और आरती करेंगे। फिर यहीं राम का राज्याभिषेक होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर जाएंगे। जहां वह राम जन्मभूमि पर छोटी दीपावली के मौके पर रामलला की आरती उतारेंगे। उसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में गाय के गोबर से बनाए गए विषेष दीपक जलाए जाएंगे। यह दीपक सरकारी गोशालाओं में तैयार किए जा रहे हैं।
अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। प्रदेश सरकार हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्य दीपोत्सव के लिए पूरी तैयारी कर रही है। रविवार को प्रदेश के सबसे बड़े अफसर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और एडीजी जोन एसएन साबत ने दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया और राम की पैड़ी व राम कथा पार्क का निरीक्षण किया।
बता दें कि दीपोत्सव पर रामलला के दरबार समेत श्रीराम जन्मभूमि का समूचा परिसर दीपों की माला से जगमग नजर आएगा। पिछले साल गिनीज बुक में दर्ज 4.14 लाख दीप जलाने का अपना ही रिकॉर्ड अयोध्यावासी तोड़ेंगे। इसके लिए अवध विवि के छात्र-छात्राओं को जिम्मेदारी दी गई है। रामनगरी में होने जा रहे चौथे दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी में शासन-प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा है। इस बार दीपोत्सव 11 से 13 नवंबर तक होगा। दीपोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला की संध्या आरती के साथ करेंगे। उनके द्वारा आरती के बाद पहला दीप रामलला के दरबार में जलाया जाएगा। इसके बाद संपूर्ण अयोध्या दीपों से जगमगा उठेगी।
राम की पैड़ी पर 5.51 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इस बार का दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर का फैसला आने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। अब तो राममंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। इसलिए दीपोत्सव को दोगुने उत्साह के साथ मनाने की योजना है। 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब श्रीराम जन्मभूमि परिसर में इतने बड़े स्तर पर दीप जलाए जाएंगे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक अयोध्या पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियों का राम कथा पार्क में स्वागत करेंगे। उसके बाद राम और सीता के स्वरूप पुष्पक विमान से राम कथा पार्क पहुंचेंगे जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी इनकी अगवानी करेंगे और आरती करेंगे। फिर यहीं राम का राज्याभिषेक होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर जाएंगे। जहां वह राम जन्मभूमि पर छोटी दीपावली के मौके पर रामलला की आरती उतारेंगे। उसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में गाय के गोबर से बनाए गए विषेष दीपक जलाए जाएंगे। यह दीपक सरकारी गोशालाओं में तैयार किए जा रहे हैं।