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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की हालत में सुधार हो रहा है। उनके फेफड़े का संक्रमण कम हुआ है और गुर्दों ने भी काम करना शुरू कर दिया है।
महंत नृत्य गोपाल दास की तबीयत 9 नवंबर को खराब हो गई थी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ सहित कई तरह की समस्याएं थीं। अयोध्या से रेफर होने के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां उन्हें तत्काल आईसीयू में भर्ती कराया गया।
हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि यहां जांच के दौरान उनके पैरों में थ्रांबोसिस और फेफड़ों में अधिक मात्रा में खून के थक्के पाए गए। ऑपरेशन के बाद खून के थक्के को निकाल दिया गया है। इससे फेफड़े से जुड़ी समस्या में सुधार हुआ। इस दौरान लगातार उनकी डायलिसिस की गई।
अब महंत की हालत में सुधार हुआ है और पेशाब होने लगी है। बीच-बीच में जरूरत के हिसाब से डायलिसिस की प्रक्रिया जारी रखी जाएगी। सोमवार को उन्होंने चिकित्सकों और वहां मौजूद अपने शिष्यों से बातचीत भी की। अभी उन्हें लिक्विड डाइट पर रखा गया है। क्रिटिकल केयर विभाग के विशेषज्ञों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की हालत में सुधार हो रहा है। उनके फेफड़े का संक्रमण कम हुआ है और गुर्दों ने भी काम करना शुरू कर दिया है।
महंत नृत्य गोपाल दास की तबीयत 9 नवंबर को खराब हो गई थी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ सहित कई तरह की समस्याएं थीं। अयोध्या से रेफर होने के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां उन्हें तत्काल आईसीयू में भर्ती कराया गया।
हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि यहां जांच के दौरान उनके पैरों में थ्रांबोसिस और फेफड़ों में अधिक मात्रा में खून के थक्के पाए गए। ऑपरेशन के बाद खून के थक्के को निकाल दिया गया है। इससे फेफड़े से जुड़ी समस्या में सुधार हुआ। इस दौरान लगातार उनकी डायलिसिस की गई।
अब महंत की हालत में सुधार हुआ है और पेशाब होने लगी है। बीच-बीच में जरूरत के हिसाब से डायलिसिस की प्रक्रिया जारी रखी जाएगी। सोमवार को उन्होंने चिकित्सकों और वहां मौजूद अपने शिष्यों से बातचीत भी की। अभी उन्हें लिक्विड डाइट पर रखा गया है। क्रिटिकल केयर विभाग के विशेषज्ञों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।