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होटल मालिक की पत्नी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि खुद के पैसे मांगने पर एक पुलिसकर्मी ही उसके साथ ऐसा सलूक करेगा...महिला की पिटाई से नाराज लोगों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। एसओ ने महिलाओं को जांच का आश्वासन देकर मामला शांत कराया और पनीर का बकाया रुपया भी लौटाया।
मामला यूपी के लखीमपुर खीरी का है, जहां निघासन के सिंगाही रोड पर स्थित होटल मालिक ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर थाने के दरोगा शंखधर भट्ट करीब 2760 रुपये का पनीर और अन्य सामान उधार ले गए थे। कई बार पैसे मांगने के बावजूद वो टालते आ रहे थे। बुधवार शाम को दरोगा से फिर रकम मांगी गई। उन्होंने सुबह घर आकर पैसा देने की बात कही।
गुरुवार की सुबह करीब सात बजे दरोगा थाने के पीछे स्थित अशोक के घर जा धमका। वहां पर अशोक के न मिलने पर उसकी पत्नी निशा और पुत्री सुलोचना, नैंशी और गौरी को गालियां देने लगा। आरोप है कि इतना ही नहीं उसने थाने की बाउंड्री के बाहर रखे सामान को भी फेंकने की धमकी दी।
गालियां देने से मना किया तो वह आगबबूला हो गया और उसने नैंशी और गौरी को तमाचा जड़ दिया। महिलाओं की भीड़ आते हुए देखकर दरोगा मौके की नजाकत को समझते हुए वहां से खिसक लिया। नाराज महिलाएं थाने पहुंचीं और प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया।
मामले की जानकारी एसएसपी को फोन पर दी। एसओ अजय यादव ने पनीर के बकाया रुपये दिए और कार्रवाई का आश्वासन देते हुए महिलाओं को शांत कराया। एसओ अजय यादव ने कहा कि अगर दरोगा ने अभद्रता की है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर अपने बचाव में आरोपी शंखधर भट्ट ने कहा कि, 'यह सच है कि पनीर के पैसे बकाया थे। गुरुवार को थाने के अंदर गंदगी करने के कारण उन लोगों को डांटा गया था। मारने पीटने का आरोप गलत है।'
होटल मालिक की पत्नी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि खुद के पैसे मांगने पर एक पुलिसकर्मी ही उसके साथ ऐसा सलूक करेगा...महिला की पिटाई से नाराज लोगों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। एसओ ने महिलाओं को जांच का आश्वासन देकर मामला शांत कराया और पनीर का बकाया रुपया भी लौटाया।
मामला यूपी के लखीमपुर खीरी का है, जहां निघासन के सिंगाही रोड पर स्थित होटल मालिक ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर थाने के दरोगा शंखधर भट्ट करीब 2760 रुपये का पनीर और अन्य सामान उधार ले गए थे। कई बार पैसे मांगने के बावजूद वो टालते आ रहे थे। बुधवार शाम को दरोगा से फिर रकम मांगी गई। उन्होंने सुबह घर आकर पैसा देने की बात कही।
घर आकर फेंकने लगा सामान
गुरुवार की सुबह करीब सात बजे दरोगा थाने के पीछे स्थित अशोक के घर जा धमका। वहां पर अशोक के न मिलने पर उसकी पत्नी निशा और पुत्री सुलोचना, नैंशी और गौरी को गालियां देने लगा। आरोप है कि इतना ही नहीं उसने थाने की बाउंड्री के बाहर रखे सामान को भी फेंकने की धमकी दी।
गालियां देने से मना किया तो वह आगबबूला हो गया और उसने नैंशी और गौरी को तमाचा जड़ दिया। महिलाओं की भीड़ आते हुए देखकर दरोगा मौके की नजाकत को समझते हुए वहां से खिसक लिया। नाराज महिलाएं थाने पहुंचीं और प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया।
साथी पुलिसवालों ने लौटाया पैसा
मामले की जानकारी एसएसपी को फोन पर दी। एसओ अजय यादव ने पनीर के बकाया रुपये दिए और कार्रवाई का आश्वासन देते हुए महिलाओं को शांत कराया। एसओ अजय यादव ने कहा कि अगर दरोगा ने अभद्रता की है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
दूसरी ओर अपने बचाव में आरोपी शंखधर भट्ट ने कहा कि, 'यह सच है कि पनीर के पैसे बकाया थे। गुरुवार को थाने के अंदर गंदगी करने के कारण उन लोगों को डांटा गया था। मारने पीटने का आरोप गलत है।'