न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Thu, 27 Feb 2020 03:18 AM IST
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रेलवे सुरक्षा बल ने एक अवैध ई-टिकट गिरोह का पर्दाफाश कर देश के अलग-अलग हिस्सों से 79 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ के शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह गिरोह पूरे देश में सक्रिय था। इनके पास से 7.96 करोड़ रुपये के 27948 टिकट भी बरामद किए हैं। आरपीएफ ने इस गिरोह के टेरर फंडिंग में शामिल होने की आशंका जताई है।
आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि गिरोह की 16,735 यूजर आईडी भी चिह्नित की गई हैं जिनके जरिये टिकट बुक किए जाते थे। ये लोग एनएनएमएस और एमएसी अवैध सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर कैप्चा और ओटीपी हासिल करते थे। आरपीएफ ने दोनों अवैध सॉफ्टवेयर भी नष्ट कर दिए।
इसके अलावा यात्रियों द्वारा इस्तेमाल किए जा चुके 30 करोड़ रुपये कीमत के टिकट भी जब्त किए गए हैं। यह गिरोह 2012 से काम कर रहा था और बीते दो से तीन सालों से अधिक सक्रिय हो गया था। इस मामले में अब तक किसी एजेंट की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सार
यह गिरोह साल 2012 से काम कर रहा था और बीते दो से तीन सालों से अधिक सक्रिय हो गया था। इस मामले में अब तक किसी एजेंट की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
विस्तार
रेलवे सुरक्षा बल ने एक अवैध ई-टिकट गिरोह का पर्दाफाश कर देश के अलग-अलग हिस्सों से 79 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ के शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह गिरोह पूरे देश में सक्रिय था। इनके पास से 7.96 करोड़ रुपये के 27948 टिकट भी बरामद किए हैं। आरपीएफ ने इस गिरोह के टेरर फंडिंग में शामिल होने की आशंका जताई है।
आरपीएफ महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि गिरोह की 16,735 यूजर आईडी भी चिह्नित की गई हैं जिनके जरिये टिकट बुक किए जाते थे। ये लोग एनएनएमएस और एमएसी अवैध सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर कैप्चा और ओटीपी हासिल करते थे। आरपीएफ ने दोनों अवैध सॉफ्टवेयर भी नष्ट कर दिए।
इसके अलावा यात्रियों द्वारा इस्तेमाल किए जा चुके 30 करोड़ रुपये कीमत के टिकट भी जब्त किए गए हैं। यह गिरोह 2012 से काम कर रहा था और बीते दो से तीन सालों से अधिक सक्रिय हो गया था। इस मामले में अब तक किसी एजेंट की गिरफ्तारी नहीं हुई है।