मंगल का प्रभाव
वर्तमान समय में मंगल अपनी मेष गोचर कर रहे हैं जो 11 सितंबर की प्रातः 3 बजकर 48 मिनट पर वक्री हो गए हैं मेष राशि में ये 4 अक्टूबर तक रहेंगे उसके बाद वक्री अवस्था में ही वापस मीन राशि में आ जाएंगे। मंगल अग्नि तत्वप्रधान ग्रह हैं इसलिए आग से होने वाली घटनाएं तो बढ़ेंगी किंतु हमारा सैन्य बल मजबूत होगा। हो सकता है भारत सरकार विदेशी सरकारों से आयुध संबंधी किसी बड़ी खरीदारी के लिए समझौते करें।कृषक वर्ग के लिए भी मंगल का प्रभाव शुभ रहेगा। पृथ्वी पर अनाज की अधिक से अधिक पैदावार होगी जिसके फलस्वरूप देश में खाद्यान्न की कमी नहीं होगी।
वर्तमान समय में मंगल अपनी मेष गोचर कर रहे हैं जो 11 सितंबर की प्रातः 3 बजकर 48 मिनट पर वक्री हो गए हैं मेष राशि में ये 4 अक्टूबर तक रहेंगे उसके बाद वक्री अवस्था में ही वापस मीन राशि में आ जाएंगे। मंगल अग्नि तत्वप्रधान ग्रह हैं इसलिए आग से होने वाली घटनाएं तो बढ़ेंगी किंतु हमारा सैन्य बल मजबूत होगा। हो सकता है भारत सरकार विदेशी सरकारों से आयुध संबंधी किसी बड़ी खरीदारी के लिए समझौते करें।कृषक वर्ग के लिए भी मंगल का प्रभाव शुभ रहेगा। पृथ्वी पर अनाज की अधिक से अधिक पैदावार होगी जिसके फलस्वरूप देश में खाद्यान्न की कमी नहीं होगी।