ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले चंद्र पुत्र बुध 28 नवंबर की सुबह 7 बजे तुला राशि की यात्रा समाप्त करके वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 17 दिसंबर दोपहर 11 बजकर 35 मिनट तक विराजमान रहेंगे उसके बाद धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वृश्चिक मंगल ग्रह की राशि है ये बुध को अपना शत्रु मानते हैं। अतः इस राशि में बुध बहुत सहज नहीं रहेंगे। इसलिए पृथ्वी वासियों को इनके गोचर का अप्रत्याशित परिणाम मिलने वाला है। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध मीन राशि में नीचसंज्ञक कह गए हैं जबकि कन्या राशि इनकी स्वराशि तथा उच्चराशि संज्ञक है। इनके राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
ज्योतिष गणना (23 से 29 नवंबर): राशिनुसार जानिए इस सप्ताह किस दिन रहें जरा बचके...
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