बुद्धि और वाणी के स्वामी ग्रह युवराज बुध 11 मार्च को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर मकर राशि की यात्रा समाप्त करके कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 1 अप्रैल की मध्य रात्रि 12 बजकर 40 मिनट तक विद्यमान रहेंगे, उसके बाद मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इनके राशि परिवर्तन का सर्वाधिक असर विद्यार्थियों तथा व्यापारियों पर तो पड़ता ही है युवावर्ग पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है। बुध का अशुभ प्रभाव हो तो ये इन सबको अधिक परेशान करेंगे किंतु, शुभ प्रभाव में ये इन लोगों को अत्यधिक सहयोग भी करेंगे। इन्हें मिथुन एवं कन्या राशि का अधिपति बनाया गया है। ये मीन राशि में नीचराशिगत तथा कन्या राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके राशि परिवर्तन का सभी बारह राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।