ज्योतिष शास्त्र में शनि अपनी विशेष भूमिका निभाता है। शनि को न्यायाधीश का दर्जा मिला हुआ है। शनि के स्थान परिवर्तन से जातकों के जीवन पर इसका व्यापक असर पड़ता है। साल 2020 में शनि की चाल काफी प्रभावी रही है। साल के शुरुआती महीने में ही शनि 30 वर्षों के बाद स्वयं की राशि मकर में आ गए हैं। इसके बाद 11 मई को शनि ने मकर राशि में रहते हुए करीब 4 महीने के लिए वक्री हो गए हैं। 29 सितंबर के बाद शनि एक बार फिर से मार्गी हो जाएंगे। जब-जब शनि अपना स्थान परिवर्तन करता है तब-तब कई राशियों के जातकों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा जातकों पर शनि के पाया का भी असर पड़ता है। आइए जानते हैं मेष से मीन राशि पर शनि के पाया का असर।
Shani Vakri 2020: 11 मई से शनि की उल्टी चाल से किस राशि पर कैसा पड़ेगा असर, जानें यहां