न्याय के देवता शनि महाराज 29 सितंबर की सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर मार्गी हो रहे हैं। इससे पहले ये इसी वर्ष 11 मई को वक्री हुए थे। मकर तथा कुंभ राशि के स्वामी शनि मेष राशि में नीचराशिगत और तुला राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके वक्री और मार्गी होने का प्रभाव जनमानस पर प्रत्यक्ष रूप से पड़ता है।