पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित यह पवित्र मंदिर हिंगलाज माता का मंदिर के तौर पर जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, जब भगवान शिव माता सती की लाश अपने गोद में लिए थे, उस समय विष्णु भगवान ने सती माता का सिर काटने के लिए चक्र फेंका था। उस चक्र ने सीधे जाकर सती माता का सिर काट दिया। कटने के बाद माता सती का सिर सीधे आकर पृथ्वी पर गिरा। कहा जाता है कि पृथ्वी पर माता का सिर इसी जगह पर गिरा था। बाद में इसे हिंगलाज माता के मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।