नाक से ब्लीडिंग और चेहरे पर छाले...
पीजीआई नर्सिंग ऑफिसर गगनदीप कौर कोरोना डेडीकेटेड हॉस्पिटल में सुपरवाइजर का काम देख रही हैं। रात 2 से सुबह 9 बजे तक की ड्यूटी के दौरान उन्हें अस्पताल में बनाए गए अलग-अलग 9 कोविड वार्ड की मानिटरिंग कर उसकी रिपोर्ट बनानी होती थी। गगन ने बताया कि ड्यूटी के दौरान किट पहनने पर उन्हें दूसरे दिन नाक से भयंकर ब्लीडिंग होने लगी।
उन्होंने खुद को संभाला और ब्लीडिंग बंद होने के बाद फिर ड्यूटी शुरू कर दी। गगन ने बताया कि किट और एन95 मास्क पहनने के कारण भयंकर गर्मी होती है। नाक से ब्लीडिंग और चेहरे पर छाले पड़ना सामान्य बात हो जाती है। लेकिन उस दौरान भी गगन ने हिम्मत नहीं हारी। उनका कहना है कि उनके चेहरे को देखकर उनका 9 साल का बेटा रोने लगता था।
कहता था कि मम्मी यह तुम्हें क्या हो गया है। उस समय गगन अपने बेटे को समझाती थीं कि कोरोना से मुकाबला कर रही हूं उस दौरान मुझे हल्की सी चोट लग गई है जो जल्दी ही ठीक हो जाएगी।