नाक पर चोट के कारण गहरे जख्म
पीजीआई के ही नर्सिंग ऑफिसर किशोर सैनी लगातार कई महीनों से अपने परिवार से दूर रहते हुए कोरोना के मरीजों के बीच ड्यूटी कर रहे हैं। किशोर को भी ड्यूटी के दौरान पीपीई किट से काफी जख्म मिल चुके हैं। किशोर की नाक पर चोट के कारण गहरे जख्म हो गए थे । जिसे ठीक करने के लिए उन्हें कई दिनों तक दवा और मलहम का सहारा लेना पड़ा।
किशोर ने बताया कि नाक पर बने जख्म के कारण उन्हें काफी दर्द होता था। ड्यूटी के दौरान इस दर्द को भूलकर कोरोना के मरीजों की देखभाल की। किशोर का कहना है कि उनकी तरह पीजीआई के दर्जनों नर्सिंग ऑफिसर ड्यूटी के दौरान ऐसे जख्म ले चुके हैं, लेकिन किसी के जज्बे में कोई कमी नहीं आई है। वे भी अभी उसी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कोविड-वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं।