किसान आंदोलन का असर अब सड़क परिवहन के साथ रेल सेवा पर भी पड़ना शुरू हो गया है। आंदोलन की वजह से शुक्रवार भी पूरी तरह से ट्रेनों का संचालन नहीं हो पाया। रेलवे ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एक बार फिर लंबी दूरी की दो ट्रेनों को पूर्ण तौर पर रद्द करने, 10 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द/संचालित करने और एक ट्रेन को बदले मार्ग से चलाने का फैसला किया है।