कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब से उठे किसानों के आंदोलन ने अब दिल्ली के दरवाजे पर दस्तक दे दी है। ये किसान पिछले 50 दिन से पंजाब में अलग-अलग जगह धरना दे रहे थे। ज्यादातर धरना टोल प्लाजा, रेल ट्रैक और पेट्रोल पंपों के बाहर लगाए गए थे। केंद्र सरकार ने तीन बार पंजाब के 30 किसान संगठनों से बात की। हालांकि ये सभी बैठकें बेनतीजा रहीं। अब एक बार फिर केंद्र ने तीन दिसंबर को बातचीत का न्योता दिया है। लेकिन किसान उससे पहले ही दिल्ली कूच कर गए। पंजाब से दिल्ली पहुंचने तक किसानों का संघर्ष चुनौतियों से भरा रहा है।