1993 में जुलाई के पहले हफ्ते में टीवी पर स्टेफी ग्राफ को विंबलडन का खिताब जीतते देख इमरान मिर्जा ने अपनी 6 साल की बेटी की पीठ थपथपाते हुए ये कहा कि कितना मजा आएगा अगर सानिया भी पेशवर टेनिस खिलाड़ी बनें और विंबलडन में खेलें। बस यही से सानिया के 'सानिया' बनने की कहानी शुरू होती है। महज 16 साल की उम्र में विंबलडन जूनियर युगल खिताब जीतने वाली इस हैदराबादी बाला का आज जन्मदिन है।