19 सितंबर से शुरू होने जा रहे आईपीएल के 10 नवंबर को खत्म होने के बाद भारतीय टीम के खिलाड़ी वहीं से ऑस्ट्रेलिया रवाना होंगे। उस दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से होने की उम्मीद है, जिसके बाद टेस्ट और फिर एकदिवसीय श्रृंखलांए खेली जाएंगी।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि कोविड-19 महामारी के समय क्रिकेट खेलना अतीत के अनुभव से काफी अलग होगा, लेकिन यह अनुभव लंबे समय से ठप पड़े क्रिकेट के बाद काम आएगा। खास तौर पर विराट सेना के लिए, जिसने मार्च से क्रिकेट नहीं खेला।
चैपल ने कहा कि चाकचौंध से भरी यह टी-20 लीग भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए आपदा में अवसर की तरह है, क्योंकि महामारी के कारण मार्च के बाद से क्रिकेट की ज्यादा श्रृंखलाएं नहीं हुई हैं। चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो डॉट कॉम के अपने कॉलम में लिखा, 'एक बात तय है कि जहां चाह, वहां राह है, और बेहतर खिलाड़ी समाधान खोजने के लिए समर्पित रहते हैं। उन्होंने माना कि आईपीएल से शायद टेस्ट मैचों के लिए बेहतर तैयारी नहीं हो सके, लेकिन रवि बोपारा के 2009 के प्रदर्शन का उदाहरण देकर समझाया कि इंग्लैंड का यह बल्लेबाज इसके बाद टेस्ट में अच्छा खेला था।'
इस 76 साल के दिग्गज ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों के साथ कोविड-19 युग में घरेलू टीमों पर हावी होना विदेशी टीमों के लिए मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'जैव सुरक्षित स्थल, पृथकवास नियम, सामाजिक दूरी और खेल के तरीकों में कई बदलाव के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का ढलना चुनौतीपूर्ण होगा। यह टीम के अंदर भी जीवन को मुश्किल और अलग बनाता है।'
पूर्व कप्तान ने कहा, 'शारीरिक तैयारी ज्यादा मुश्किल नहीं होगी लेकिन यह देखना होगा कि आप क्रिकेट की मानसिकता में कैसे बने रहते है। भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाली श्रृंखला को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और उनके व्यक्तिगत गौरव से जोड़ कर देखेंगे।'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि कोविड-19 महामारी के समय क्रिकेट खेलना अतीत के अनुभव से काफी अलग होगा, लेकिन यह अनुभव लंबे समय से ठप पड़े क्रिकेट के बाद काम आएगा। खास तौर पर विराट सेना के लिए, जिसने मार्च से क्रिकेट नहीं खेला।
चैपल ने कहा कि चाकचौंध से भरी यह टी-20 लीग भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए आपदा में अवसर की तरह है, क्योंकि महामारी के कारण मार्च के बाद से क्रिकेट की ज्यादा श्रृंखलाएं नहीं हुई हैं। चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो डॉट कॉम के अपने कॉलम में लिखा, 'एक बात तय है कि जहां चाह, वहां राह है, और बेहतर खिलाड़ी समाधान खोजने के लिए समर्पित रहते हैं। उन्होंने माना कि आईपीएल से शायद टेस्ट मैचों के लिए बेहतर तैयारी नहीं हो सके, लेकिन रवि बोपारा के 2009 के प्रदर्शन का उदाहरण देकर समझाया कि इंग्लैंड का यह बल्लेबाज इसके बाद टेस्ट में अच्छा खेला था।'
इस 76 साल के दिग्गज ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों के साथ कोविड-19 युग में घरेलू टीमों पर हावी होना विदेशी टीमों के लिए मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'जैव सुरक्षित स्थल, पृथकवास नियम, सामाजिक दूरी और खेल के तरीकों में कई बदलाव के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का ढलना चुनौतीपूर्ण होगा। यह टीम के अंदर भी जीवन को मुश्किल और अलग बनाता है।'
पूर्व कप्तान ने कहा, 'शारीरिक तैयारी ज्यादा मुश्किल नहीं होगी लेकिन यह देखना होगा कि आप क्रिकेट की मानसिकता में कैसे बने रहते है। भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाली श्रृंखला को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और उनके व्यक्तिगत गौरव से जोड़ कर देखेंगे।'