कोरोना काल में कार्तिक पूर्णिमा के गंगा स्नान पर पिछले साल आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा जुटाने के बाद पाबंदी का निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश सरकार के स्तर पर इस बात पर मंथन हुआ था कि यदि पिछले साल की तरह हरकी पैड़ी पर 25 लाख श्रद्धालु पहुंच गए तो हालात खतरनाक हो सकते हैं।