उत्तराखंड में हल्द्वानी के हल्दूचौड़ में शनिवार की रात हुए हादसे में जान गंवाने वाले एक ही परिवार के चार लोगों के जनाजे उठे तो हर आंख रो पड़ी। बेटे, बहू और दो पौत्रों की मौत के गम में ठेकेदार की मां बेसुध हो गईं। बड़े भाई की भी हालत बिगड़ गई। मुजाहिद चौक पर नमाज-ए-जनाजा के बाद चारों को स्थानीय कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ए-खाक कर दिया गया।
इंदिरा नगर ठोकर बड़ी रोड निवासी टाइल्स ठेकेदार शाहिद रजा, उनका बेटा गाजी (03), ठेकेदार के भाई राशिद की पत्नी आसमां (21) और ठेकेदार के बड़े भाई शाकिर के बेटे अरशुल (18) की शनिवार रात हल्दूचौड़ में ट्रक और कार की आमने सामने हुई टक्कर में मौत हो गई थी। घायल राशिद और ठेकेदार शाहिद की पत्नी शाजिया का सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। शाकिर की तीन की साल बेटी कैफा हादसे में बाल-बाल बच गई।
चार लोगों की मौत से रविवार को सुबह से ही इंदिरा नगर समेत पूरे बनभूलपुरा क्षेत्र में खामोशी छाई रही। पोस्टमार्टम के बाद चारों के शव घर लाए गए तो परिजनों में कोहराम मच गया। शाहिद की मां 70 वर्षीय बब्बो बाजी को हादसे की खबर तो थी, लेकिन मौत की खबर नहीं दी गई थी।
इंदिरा नगर ठोकर बड़ी रोड निवासी टाइल्स ठेकेदार शाहिद रजा, उनका बेटा गाजी (03), ठेकेदार के भाई राशिद की पत्नी आसमां (21) और ठेकेदार के बड़े भाई शाकिर के बेटे अरशुल (18) की शनिवार रात हल्दूचौड़ में ट्रक और कार की आमने सामने हुई टक्कर में मौत हो गई थी। घायल राशिद और ठेकेदार शाहिद की पत्नी शाजिया का सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। शाकिर की तीन की साल बेटी कैफा हादसे में बाल-बाल बच गई।
चार लोगों की मौत से रविवार को सुबह से ही इंदिरा नगर समेत पूरे बनभूलपुरा क्षेत्र में खामोशी छाई रही। पोस्टमार्टम के बाद चारों के शव घर लाए गए तो परिजनों में कोहराम मच गया। शाहिद की मां 70 वर्षीय बब्बो बाजी को हादसे की खबर तो थी, लेकिन मौत की खबर नहीं दी गई थी।