दो साल पहले थाना शहर में परिजनों ने अपहरण का मामला भी दर्ज कराया था, चूंकि मामला लड़की से जुड़ा था परिजनों ने बात आगे नहीं बढ़ाई। पुलिस ने दो घंटे बाद ही निकिता को सकुशल छुड़ा लिया था। इसके बाद पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की और मामला रफा-दफा हो गया। अगर समय पर कार्रवाई हो जाती तो आज निकिता जिंदा होती।