मृतका के पिता मूलचंद तोमर व मामा हाकिम सिंह ने बताया कि निकिता स्कूल के समय से ही पढ़ने लिखने में बहुत होशियार थी। बारहवीं कक्षा में उसके 95 प्रतिशत अंक आए थे। वह अपने स्कूल की टॉपर थी। इसके बाद जब उसका दाखिल कॉलेज में कराया गया तो वहां भी वह अपनी कक्षा के अन्य विद्यार्थियों से हमेशा आगे ही रही। आरोपी तौसीफ निकिता के स्कूल रावल इंटरनेशनल में बारहवीं कक्षा तक साथ ही पढ़ता था। आरोपी स्कूल टाइम से ही उसे लगातार परेशान करता था।